सुप्रिया पांडे. रायपुर. केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर आज सुबह रायपुर पहुंचे. उन्होंने वीआईपी गेस्ट हाउस पहुना में पत्रकारों से बातचीत की.

कोयले के संकट को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते कहा कि इसकी चिंता सरकार और कोल मंत्रालय कर रही है, कई बार ऐसी परिस्थितियां बनती है जिसे जरूरतों के आधार पर पूरा करते है, कोशिश है कि सेक्टर को और बढ़ाए. वहीं सीएम भूपेश के बयान पर उन्होंने कहा कि धार्मिक आस्था रखने वाले बड़े उत्साह से कार्यक्रम मनाते है और इसमें कोई व्यवधान उत्पन्न करें तो समस्याएं आती है, सरकार को चाहिए कि कैसे रास्ता निकाले, स्थिति ठीक नहीं है, शांति के साथ मामले को निपटाना चाहिए. इसे भी पढ़ें – Akshay की कॉमेडी फिल्म में नजर आएंगे रामायण के भगवान राम, कई फिल्मों में किया है काम …

बता दे कि सीएम भूपेश बघेल ने कवर्धा मामले में कहा था कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है उनके पास सिर्फ दो प्रिय विषय रह गए हैं, एक धर्मांतरण और दूसरा सांप्रदायिकता दोनों को हवा देने का काम कर रहे हैं.

वहीं धर्मांतरण को लेकर मंत्री ने कहा कि धर्मांतरण का कोई बही खाता तो नहीं है भारत के अंदर जो हिन्दू परम्परा है ये सुरक्षित रहे यह पूरा देश चाहता है, लेकिन कुछ लोग योजनाबद्ध तरीके से लोगों को प्रलोभन देकर इसे भंग करने का प्रयास कर रहे हैं. यह ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं जनजाति समाज से भी कहता हूं कि यदि उनके अंदर की मान्यता खत्म हो गई है तो उनकी पहचान ही खत्म हो जाएगी. किसी समाज को तोड़ने का प्रयास ठीक नहीं, कोई इसे स्वीकार नहीं करता, स्थितियां बदलेंगी तो विवाद की स्थितियां भी बनेगी, आदिवासी क्षेत्र के लोग भी इस मुद्दे को लेकर मुखर हो रहे हैं. बता दें कि वे दुर्ग जिले के नंदिनी अहिवारा के अभिनंदन समारोह में होंगे. इसके अलावा दोपहर 1:15 में नंदिनी माइंस का दौरा कर शाम 7:35 में रायपुर लौटेंगे. दूसरे दिन 21 अक्टूबर को सुबह 8:55 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे. इसे भी पढ़ें – BB 15 : कोर‍ियोग्राफर फराह खान ने Afsana को लगाई जमकर फटकार, कहा- Dolly Bindra बनना है क्या? 

 

जाने कवर्धा मामले में क्या कहा

उन्होंने कहा कि कांग्रेस का पुराना इतिहास देखे तो अनेक घटनाएं मिलेंगी, तनाव का वातावरण बनता है, लेकिन आज यूपी उदाहरण आप देख सकते हैं वहां भी निर्वाचित सरकार है. पहले यूपी के बारे में लोगों की धारणा अच्छी नहीं थी, लेकिन आज वहां लॉ एंड ऑर्डर को अच्छी तरफ से मेंटेन किया गया है, वहां सांप्रदायिक तनाव का वातावरण फैलाने का प्रयास कोई करता है तो उस पर सरकार ने कार्रवाई ने की है, लेकिन कुछ लोग इस तरह के वातावरण का निर्माण करते हैं, राज्य सरकारों को चिंता करनी चाहिए, कि वातावरण न बिगड़े.