नीरज काकोटिया,बालाघाट। मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के बहुचर्चित डबल मनी मामले की गंभीरता को देखते हुए ईडी ने जांच अपने हाथों में ले ली है. आज जांच करने के लिए ईडी की दो सदस्यीय टीम बालाघाट पहुंची. बालाघाट मुख्यालय लांजी, किरनापुर में साक्ष्य जुटाने के लिए दर्ज हुई एफआईआर पर आरोपी और साक्ष्यों को नोटिस भेजकर कार्रवाई कर रही है.

बालाघाट पहुंची ईडी की टीम ने हवाला, मनी लॉर्डिंग के साथ ही डलब मनी मामले में सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए बारीकी से साक्ष्य जुटाने का कार्य शुरू कर दिया है. प्रारंभिक जांच पूरी होने पर ईडी की बड़ी टीम बालाघाट आकर मामले की जांच करेगी. ईडी के संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि डबल मनी मामले का दायरा बहुत बड़ा है. जिसके चलते ईडी ने इसकी जांच शुरु कर दी है. ईडी की जांच बहुत ही गंभीर व साफ-सुथरी होती है.

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डबल मनी मामले में पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि अवैध रूप से निवेशकों का पैसा जमाकर उन्हें कम समय में ही डबल रुपये का लालच देकर उनके साथ धोखाधड़ी किए जाने मामला है. पुलिस ने शुरुआत में तीन एफआईआर दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया था. जिसके बाद से अब तक मामले में करीब 25 एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. अब भी गिरफ्तारी जारी है.

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पुलिस अधीक्षक ने बताया कि डबल मनी मामले में 13 करोड़ रुपये नगद जब्त किए गए है. आरोपियों के बैंक अकाउंट से करीब 16 से 17 करोड़ रुपये जब्त किए गए है. वहीं उनकी संपति को भी अटैच करने की कार्रवाई की गई है, लेकिन यह कारोबार एक हजार करोड़ से भी अधिक का है. इसके तार बालाघाट मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक जुड़े हुए है. जिसके चलते ही इस मामले को ईडी ने संज्ञान में लिया है.

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