रायपुर. कहते हैं जिंदगी बदलने को कई बार एक किक ही काफी होती है. कुछ ऐसा ही किक (प्रेरणा) बेमेतरा जिले के मजगांव के रहने वाले किसान सुखदेव सिन्हा को मिला. अब आलम यह है कि जिस किसानी के भरोसे सुखदेव कभी बमुश्किल परिवार के लिए भरण-पोषण का इंतजाम कर पाते थे, आज सिर्फ टमाटर और मिर्च बेचकर सलाना तीन लाख रुपए से ज्यादा का मुनाफा कमा रहे हैं. मंझोले किसान सुखदेव सिन्हा की जीवन की तस्वीर बदलने का काम उद्यानिकी विभाग ने किया.
दरअसल उद्यानिकी विभाग जिले के किसानों को फल एवं साग-सब्जी की खेती करने को प्रोत्साहित कर रहा है. इससे परम्परागत धान की खेती के साथ-साथ फल सब्जी का उत्पादन कर किसानों की आय भी बढ़ रही है. उद्यानिकी विभाग की योजना का लाभ मजगांव के कृषक सुखदेव सिन्हा को भी मिला.
परम्परागत खेती से हटकर सुखदेव सिन्हा अब टमाटर-मिर्च की खेती कर आर्थिक समृद्धि की ओर आगे बढ़ रहे हैं. साग-सब्जी की खेती कर बड़ा आर्थिक लाभ कमा रहे किसान सुखदेव सिन्हा को देखकर गांव के दूसरे किसान भी प्रेरित हो रहे हैं और परम्परागत खेती से परे उद्यानिकी फसल की ओर रूख कर रहे हैं.
उद्यानिकी के लिए मार्गदर्शन और बदला जीवन
सुखदेव ने बताया कि, उनके पास मौजूद 1.00 हेक्टेयर कुल रकबा की पैतृक जमीन में वे परम्परागत तरीके से धान और चना की खेती करते थे. इस दौरान उन्हें जो आय होती थी उससे परिवार का भरण-पोषण मुश्लिक से हो पाता था. इस दरम्यान सुखदेव वर्ष 2019-20 में उद्यानिकी विभाग के संपर्क में आए.
उद्यानिकी विभाग के मार्गदर्शन में अपनी खेती की जमीन पर ड्रीप संयंत्र लगवाया, फिर उद्यानिकी फसल टमाटर की खेती प्लास्टिक मल्चिंग के साथ शुरू की. टमाटर क्षेत्र के विस्तार के लिए उद्यानिकी विभाग की ओर से अनुदान भी मिला. अब सुखदेव उद्यानिकी फसल के रकबा को बढ़ाकर टमाटर के साथ मिर्च, करेला और बैगन की खेती कर रहे हैं.
सुखदेव के मुताबिक बीते साल उन्हें अपने उद्यानिकी फसल से ही तीन लाख रुपए की शुद्ध आमदनी हुई है.