कवर्धा.. कबीरधाम जिले के ग्राम डेहरी निवासी एक किसान की आत्महत्या के मामले की जांच जिला प्रशासन के निर्देश पर तहसीलदार द्वारा की गई है। तहसीलदार की जांच रिपोर्ट के आधार पर कवर्धा के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में विभिन्न तथ्यों के आधार पर इस बात की पुष्टि हुई है कि संतोष साहू की आत्महत्या कर्ज के कारण नहीं हुई है। स्वर्गीय श्री संतोष साहू के स्वयं के नाम पर 0.089 हेक्टेयर और सामिलात खाते में 2.448 हेक्टेयर कृषि भूमि दर्ज है। उनके सुपुत्र उमेश के नाम पर अलग से 0.085 हेक्टेयर भूमि है। स्वर्गीय साहू छह भाईयों में सबसे बड़े थे और सभी संयुक्त परिवार में निवास करते थे। मृतक पहले सरपंच थे और वर्तमान में ग्राम पंचायत डेहरी के वार्ड नम्बर 10 के निर्वाचित पंच भी थे। उनकी पत्नी निर्मला साहू के नाम से गुरूदेव महिला स्व-सहायता समूह द्वारा ग्राम डेहरी में राशन दुकान का संचालन किया जा रहा है। मृतक विगत तीन-चार वर्षों से अपने गांव में गुड़ फेक्ट्री का भी संचालन कर रहे थे। उनके परिवार द्वारा ग्राम डेहरी में ही एक किराना दुकान भी संचालित की जा रही है। स्वर्गीय संतोष साहू सम्पन्न किसान थे और उपरोक्त समस्त भूमि में धान और गन्ने की खेती उनके द्वारा की जाती थी।
मृतक के परिवार वालों ने तहसीलदार को बताया कि स्वर्गीय संतोष साहू 16 जुलाई 2017 को अपनी पत्नी के साथ ग्राम जुनवानी स्थित अपने ससुराल गए थे और अगले दिन पत्नी को वहां छोड़कर वापस कवर्धा आ गए। मृतक खेती के लिए हर साल सेवा सहकारी समिति से ऋण लेते थे और वापस जमा भी कर देते थे। उनके नाम पर पिछले साल एक लाख रूपए सेवा सहकारी समिति खपरी में कृषि ऋण बकाया है। उनके परिवार वालों ने बताया कि वे यह राशि एक-दो दिन के भीतर वापस जमा करने वाले थे। इसके अलावा मृतक और उनके परिवार के नाम से किसी भी बैंक या सरकारी संस्था में ऋण बकाया नहीं है। मृतक के घर में कुल छह विभिन्न बैंकों के चेकबुक का अवलोकन किया गया। इसमें कोई ऋण लेना नहीं पाया गया। इस प्रकार प्रारंभिक जांच में मृतक संतोष के द्वारा कर्ज के कारण आत्महत्या करना नहीं पाया गया है। पुलिस द्वारा प्रकरण की विस्तृत विवेचना की जा रही है।