धमतरी/ रायपुर- किसानों की आत्महत्या के बढ़ते मामलों में अब धमतरी जिले का नाम भी जुड़ गया..धमतरी जिले के भखारा ब्लाॅक के बगदही गांव के किसान चंद्रहास साहू ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. चंद्रहास साहू ने गांव के अपने खेत में फांसी लगा ली. बीते एक पखवाड़े में छत्तीसगढ़ में आधा दर्जन से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या कर ली है.

परिजनों का कहना है कि कर्ज से परेशान होकर चंद्रहास साहू ने आत्महत्या की है. बताया जा रहा है कि मृतक किसान दो एकड़ जमीन का मालिक था. फसल लगाने उसने एक लाख रूपए का कर्ज ले रखा, लेकिन फसल की लागत वसूल नहीं होने से वह परेशान था. चंद्रहास लगातार तमाम चुनौतियों से जूझ रहा था, लेकिन हालात नहीं सुधरे तो उसने मौत का दामन थाम लिया. हालांकि किसान की आत्महत्या किए जाने के बाद प्रशासनिक पुष्टि नहीं हुई है कि आत्महत्या की वजह कर्ज ही था या फिर कुछ और…क्योंकि बीते एक पखवाड़े में प्रदेश में हुई किसानों के आत्महत्या के मामलों पर सरकार की ओर से आई सफाई बताती है कि ज्यादातर किसानों ने व्यक्तिगत कारणों से आत्महत्या की है. हालांकि परिजनों और ग्रामीणों की दलील यही रही है कि किसानों ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या की है.

एक पखवाड़े में आत्महत्या के मामले-

  •  12 जून को दुर्ग के पुलगांव थाना के बघेरा गांव के किसान कुलेश्वर देवांगतन ने कुएं में कूदकर जान दे दी थी.
  • 16 जून को राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ ब्लाॅक के सिंगारपुर पंचायत के आश्रित ग्राम गोपालपुर के युवा किसान भूषण गायकवाड़ ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली थी.
  • 18 जून को कवर्धा जिले के वीरेंद्रनगर इलाके के किसान रामझूल साहू ने फांसी लगा कर आत्महत्या की थी.
  • बीते गुरूवार को बागबाहरा ब्लाॅक के मोखा गांव के किसान मंथिर सिंह ध्रुव ने घर के कोठार में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.
  • डोंगरगांव के ग्राम बरसन टोला के किसान कुंवर सिंह निषाद ने फांसी लगाकर आत्महत्या की. गरीब परिवार के इस किसान ने बाजार से लाखों रूपए का कर्ज ले रखा था.
  • घुमका थाना के अंतर्गत ग्राम बुंदेलीकला निवासी 72 वर्षीय डेरहा ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी.