पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबन्द। फसल क्षति प्रकरण बनाने के एवज में किसानों से रिश्वत लेने की शिकायत के बाद भी पटवारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर किसानों ने मोर्चा खोल दिया है. आक्रोशित किसानों ने मैनपुर एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर चक्काजाम की चेतावनी  दी है. इसके साथ ही प्रभारी मंत्री के दौरे के दौरान भी उनके सामने मुद्दा उठाने की बात कही है.

मैनपुर तहसील के पटवारी हल्का नम्बर 13 में रहने वाले कोयबा निवासी पुस्तम नेताम, मायाराम कपिल, माधुसिंह ओटी, तुलसी राम समेत दर्जनभर किसानों की प्रतिनिधि मण्डल ने मैनपुर एसडीएम दफ्तर पहुंचकर ज्ञापन सौंपा. किसानों ने आरोप लगाया कि हल्का पटवारी शेखर बांधे ने वन अधिकार पट्टा को ऑनलाइन कर फसल क्षतिपूर्ति राशि 9-9 हजार दिलाने का झांसा देकर लगभग 45 किसानों से 1500-1500 लिया.

धान खरीदी 1 दिसम्बर से है, लेकिन 20 से 25 किसानों का मूल पट्टा जब्त कर लिया है. महीने भर से जन चौपाल से लेकर जिलाधीश तक शिकायत किए, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं किया गया है. किसानों ने लिखा कि दो सप्ताह हो गए जांच को, लेकिन कार्रवाई तक नहीं की गई है. किसानों ने कहा कि दो दिन के भीतर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो चक्काजाम करेंगे.

एसडीएम सूरज साहू ने कहा कि आरआई ने जांच रिपोर्ट नायब तहसीलदार को सौंपा है. अब तक मेरे पास नहीं आया है. रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्रवाई करेंगे. लगातार शिकायतें मिल रही है, रिपोर्ट के आधार पर पटवारी को तहसील से हटाने का प्रस्ताव कलेक्टर को भी भेजा जाएगा.

प्रभारी मंत्री से पूछेंगे किसान

किसानों ने कहा कि बगैर आंदोलन के जायज मांगों पर भी कार्रवाई नहीं हो रही है. सरनाबहाल धान खरीदी केंद्र आ रहे प्रभारी मंत्री से भेंटकर पटवारी की शिकायत करेंगे. और उनसे पूछेंगे कि गलती करने के बावजूद ऐसे लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती. मंत्री से भी मदद नहीं मिली तो 1 दिसम्बर को कोयबा के सभी ग्रामीण नेशनल हाइवे 130 जाम करने के लिए बाध्य होंगे.