रायपुर. पेंड्रा किसान आत्महत्या मामले पर अब सियासत तेज हो गई है. जिस पर आज जेसीसीजे नेता अमित जोगी ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर हमला बोला है. इस मामले पर अमित जोगी ने कहा कि किसान कर्ज से परेशान था इसलिए किसान सुरेश ने आत्महत्या की. जोगी ने आगे कहा कि प्रशासन की ओर से भेजे गए नोटिस ही उसके मौत का कारण है. उन्होंने कहा कि डेढ़ लाख से अधिक वसूली के  लिए  किसान को नोटिस भेजा गया था. जोगी ने हमला बोलते हुए कहा कि सूखा प्रभावित मरवाही इलाके में वसूली गलत है. बता दूं कि किसान सूखे की मार झेल रहा था मृतक किसान का परिवार.
किसान को  लगातार नोटिस मिलने के कारण किसना सुरेश सिंह मरावी तनाव में आ गया था.

पत्र लिखने के बाद किसान  के खाते में आए पैसे

अमित जोगी ने कहा कि मैंने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर नोटिस भेजने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की थी. इसके साथ मृतक परिवार को नौकरी, 25 लाख मुआवजा और बच्चों की पढ़ाई का खर्च सरकार से देने की मांग की थी. इस पत्र के बाद 8 जून को जिस दिन सुरेश का अंतिम संस्कार हो रहा था सरकार की ओर से मृतक सुरेश के खाते में 1 लाख 79 हजार रुपये जमा कराए गए. अगर यही पैसा सरकार 7 जून से पहले करा दिए होते तो आज सुरेश जिंदा होता.

जोगी ने कहा कि मृतक किसान सुरेश को आत्महत्या के लिए विवश करने के आरोप में मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री के खिलाफ प्रदेश भर एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर जनता कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे. इसके साथ मनरेगा कानून के सही पालन नहीं करने के आरोप में मुख्यमंत्री के खिलाफ हाईकोर्ट में परिवाद दाखिल करेंगे. इस दौराम मृतक किसान का परिवार भी मौजूद था.

बता दें कि पेंड्रा विकासखंड के कुदरी गांव किसान सुरेश सिंह ने आत्महत्या कर ली  थी. घटना के बाद से ही मृतक के परिवार ने आरोप लगाया था कि सुरेश कर्ज से परेशान था और प्रशासने के बार-बार नोटिस भेजने के कारण ही किसान ने आत्महत्या की है. इसके बाद मृतक के परिवार ने मुआवजे के भी मांग की थी और जेसीसीजे ने भी प्रदर्शन किया  था.

वहीं प्रशानसने एक रिपोर्ट तैयार कर कर्ज को आत्महत्या का कारण नहीं बताया था. रिपोर्ट में तर्क दिया गया था कि तर्क दिया कि किसान के खाते में 1लाख 83 हजार  रुपए जमा थे इसलिए कर्ज और पैसे की कमी जैसी कोई बात नहीं है . लेकिन मामले ने नया मोड़ तब लिया जब लल्लूराम ने इसकी तफ्तीश की. तफ्तीश करने में पता चला कि किसान की मौत  जून 2018 को हुई थी जबकि उसके खाते में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की रकम 179547 रूपय 55 पैसे जून को ट्रांसफर किए गए जो कि उसकी मौत के दूसरे दिन है.