![](https://lalluram.com/wp-content/uploads/2024/11/lalluram-add-Carve-ok.jpg)
जयपुर। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर एल्विश यादव को यूट्यूब पर एक वीडियो अपलोड भारी पड़ गया है, जिसमें जयपुर पुलिस की गाड़ियां उसकी कार के आगे चलती दिखाई दे रही थीं. मामले में राजस्थान पुलिस ने एल्विश के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
सोमवार को एल्विश यादव के पोस्ट किए गए इस वीडियो को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया गया, जिसमें कई लोगों ने यूट्यूबर को एस्कॉर्ट देने के लिए पुलिस की आलोचना की. हालांकि, राजस्थान पुलिस ने इन दावों को खारिज कर दिया.
वीडियो में कार को राजस्थान के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बेटे कृष्णवर्धन सिंह खाचरियावास चलाते हुए देखा जा सकता है. कृष्णवर्धन सिंह एल्विश से कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि पुलिस की गाड़ियां उनकी पूरी यात्रा के दौरान उनके साथ रहेंगी और उन्होंने यह भी बताया कि प्रत्येक पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में बदलाव के साथ पुलिस की गाड़ियां भी बदल जाएंगी.
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज ने मंगलवार को कहा कि पुलिस ने वाहन को एस्कॉर्ट नहीं किया. वहीं एसीपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि एल्विश यादव के खिलाफ कथित तौर पर “फर्जी वीडियो” पोस्ट करने और राजस्थान पुलिस की छवि खराब करने के आरोप में साइबर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है.
यादव 8 फरवरी को सांभर में एक गाने की शूटिंग के लिए जयपुर आए थे. उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान एक व्लॉग भी शूट किया, जिसे उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया. यादव और कृष्णवर्धन सिंह को बिना किसी बाधा के ट्रैफिक से बाहर पुलिस वाहन का पीछा करते हुए दिखाने वाला वीडियो व्लॉग का हिस्सा था. व्लॉग में एक अलग मौके पर पुलिस वाहन को उनकी कार के आगे चलते हुए भी दिखाया गया था.
वीडियो में कथित तौर पर यह भी दिखाया गया है कि यादव की कार को टोल नहीं देना पड़ा, क्योंकि वह पुलिस वाहन का पीछा कर रही थी.
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने संवाददाताओं से कहा कि न तो उन्होंने और न ही उनके बेटे ने पुलिस एस्कॉर्ट की मांग की थी. उन्होंने कहा कि एल्विश यादव अक्सर मुझसे मिलने आते हैं, और एक राजनेता के रूप में, मैं बहुत से लोगों से मिलता हूं. मेरी सरकार सत्ता में नहीं है, इसलिए मुझे नहीं पता कि किसने एस्कॉर्ट की मांग की है या पुलिस वाहन उन्हें एस्कॉर्ट क्यों कर रहा था. न तो मेरे बेटे ने और न ही मैंने एस्कॉर्ट की मांग की है.