सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. महापौर एजाज ढेबर और अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. इस लापरवाही को देखकर ऐसा कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि, महापौर और जिम्मेदारों को किसी बड़े हादसे का इंतजार है. उसके बाद ही वे गहरी नींद से जागेंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि, करोड़ों की लागत से बने अंतरराज्यीय बस टर्मिनल रावणभाटा में अगर आग लगी तो उस पर काबू पाना मुश्किल है. दर्जनों अग्निसमन टंकी तो लगी हैं, लेकिन उसमें भी सिस्टम का जंग लग गया है. ऐसे में सिस्टम की नाकामी पर सवाल उठना लाजमी है.

बता दें कि, अंतरराज्यीय बस टर्मिनल रावणभाटा में 40,000 से 50,000 यात्री यात्रा करते हैं. ऐसे में अगर बस स्टैंड आग की चपेट में आता है तो उस पर काबू पाना किसी चुनौती से कम नहीं होगा. जानकारी के अनुसार, आग बुझाने के लिए जो टंकिया लगाई गई हैं वो 2022 में एक्सपायर हो गई है. इसके बाद अब तक रीफिल नहीं किया गया है.

वहीं गहरी नींद में मदहोश अधिकारियों का कहना है कि, टेंडर प्रक्रिया कर फिर से रीफिल किया जाएगा. साथ ही महापौर ढेबर ने कहा होम गार्ड का काम है. होम गार्ड अग्निशमन देखते हैं. सबसे चौकाने वाली बात तो यह है कि, महापौर को ये तक पता नहीं है कि निगम के कार्य क्षेत्र में होमगार्ड आता ही नहीं है. ऐसे में होमगार्ड टंकी कैसे रीफिल कराएगा ?

तो वहीं इस लापरवाही को लेकर BJP के पार्षदों ने कहा, जनहित के नाम पर भ्रष्टाचार हो रहा है. ये चिंता का विषय है कि, बस स्टैंड का संचालन नगर पालिका निगम रायपुर कर रहा है. महापौर को जानकारी नहीं है. अपनी गलती को होमगार्ड विभाग पर थोपा जा रहा है. हम मांग करते हैं कि, ऐसे लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

अपर आयुक्त सुनील चंद्रवंशी ने कहा कि, अगर एक्सपायर हो गया है तो जल्द ही रीफिल कराया जाएगा. टेंडर की प्रक्रिया जारी है.