रायपुर। गाड़ियों में होने वाली दुर्घटना की स्थिति में बचाव से संबंधित तरीकों को अभ्यास के माध्यम से प्रदर्शित करने के साथ प्रशिक्षण के लिहाज से बुधवार को भिलाई डिपार्चर यार्ड/बीएमवाई में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के साथ रायपुर मंडल संरक्षा विभाग, रेल आपदा प्रबंधन टीम (ART/ARMV) की आपदा राहत टीम और सिविल डिफेंस द्वारा संयुक्त रूप से अभ्यास प्रदर्शन (मॉक ड्रिल) किया गया.

संयुक्त मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ की बटालियन मुंडाली (कटक) उडीसा के 35, सिविल डिफेंस से 23, स्काउट एवं गाइड से 12, ART/ARME टीम से लगभग 25 और रेलवे मेडिकल टीम सहित लगभग 200 लोग मौजूद थे, जिनके द्वारा कोविड-19 से संबंधित केंद्र सरकार की सभी गाइडलाइन का पूरा ध्यान दिया गया. इस मॉक ड्रिल में अग्निशामक वाहन, एंबुलेंस एवं लोकल पुलिस को भी तैनात किया गया था.

इस प्रदर्शन में सवारी डिब्बे में बम-विस्फोट से आग लगने की स्थिति में कैसे पीड़ितों को सुरक्षित बाहर निकालने के साथ सहायता करने के साथ आग को बुझाने के विभिन्न तरीकों को भी जीवंत रूप में दिखाया गया. इस अभ्यास प्रदर्शन के माध्यम से किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने हेतु राहत एवं बचाव कार्यों की गतिविधियों को भी दिखाया गया. अभ्यास के दौरान लगाए गए पूछताछ केन्द्र, सहायता केन्द्र व सभी राहत स्टालों एवं मौजूद साधन संसाधनों का अवलोकन मंडल रेल प्रबंधक श्री श्याम सुंदर गुप्ता ने किया.

इस अवसर पर डीआरएम श्याम सुंदर गुप्ता ने मीडिया से चर्चा करते हुए मॉक ड्रिल के आयोजन की सार्थकता पर प्रकाश डालते हुए रेलवे द्वारा नागरिकों को आपदा के समय की जाने वाली बेहतर कार्यों की जानकारी दी. साथ ही लोगों से आपात स्थिति में सवारी की सहायता कर रेल प्रशासन को सहयोग प्रदान करने की अपील की.

इस मॉक ड्रिल में अपर मंडल रेल रायपुर (परिचालन) लोकेश विश्नोई, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी रायपुर डॉ. डीएन बिस्वाल, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी, बीएमवाई डॉ बीके टोप्पो, सहायक मंडल संरक्षा अधिकारी रायपुर आरके देवांगन एवं सिविल डिफेन्स के सदस्य, एवं स्काउट गाइड, संरक्षा सलाहकार, सुपरवाइजर सहित बिलासपुर जोनल मुख्यालय और रायपुर मंडल के अधिकारी एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित थे.