रायपुर। वन और परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा है कि शासकीय विभागों में कार्यकुशलता के लिए पदोन्नति दी जाती है. पदोन्नत होने के बाद जवाबदेही और उत्तरदायित्व भी बढ़ता है. पदोन्नति से अधिकारियों की कार्यशैली में सुधार के साथ ही उत्साह का वातावरण बनता है. अकबर ने आज नवा रायपुर अटल नगर स्थित अरण्य भवन में पदोन्नत वन क्षेत्रपालों के अलंकरण समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न वन मण्डलों में कार्यरत 36 उप वन क्षेत्रपाल को वन क्षेत्रपाल के पद पर पदोन्नत होने पर उनकी वर्दी में स्टार लगाकर अलंकृत किया और पदोन्नत अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी.

वन मंत्री अकबर ने अलंकरण समारोह में कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में वनों के संरक्षण और संवर्धन के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कार्य किया जा रहा है. राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी के तहत जल संवर्धन की दिशा में काम करना और स्थानीय लोगों के लिए अतिरिक्त आय का जरिया उपलब्ध कराना भी हमारी जिम्मेदारी में शामिल है. उन्होंने कहा कि किसी भी काम को सफलता तक पहुंचाने के लिए नेतृत्व की भावना पर निर्भर करता है, यदि मन में दृढ़ निश्चय कर ले तो सफलता अवश्य मिलती है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा है कि सभी अधिकारी और कर्मचारी स्वतंत्र होकर अपने जिम्मेदारी और दायित्वों का निर्वहन करें. इसके लिए राज्य सरकार उन्हें हर संभव मदद के लिए तत्पर है.

वन मंत्री ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 50 प्रतिशत की राशि वन प्रबंधन समितियों से और 50 प्रतिशत की राशि राज्य सरकार की तरफ से उपलब्ध कराकर महेन्द्र कर्मा के नाम से नई योजना की शुरूआत की. यह स्थानीय लोगों के सुरक्षा की दिशा में राज्य सरकार की उल्लेखनीय पहल है. संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी ने कहा कि समय पर पदोन्नत होने से अधिकारियों-कर्मचारियों के कार्यों में सुधार देखने को मिलता है. वे पदोन्नति के उपरांत नए उत्साह और दृढ़ संकल्प के साथ अपने जिम्मेदारियों और दायित्वों को निभाते हैं.

प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने कहा कि वन मंत्री की कुशल मार्गदर्शन में सामाजिक सुरक्षा का कार्य हो और स्थानीय लोगों को हरियाली से रोजगार उपलब्ध कराने सहित कई उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं. गत दो वर्षों में विभाग ने लोक सेवा आयोग के माध्यम से 21 सहायक वन संरक्षण एवं 157 वनक्षेत्रपाल के पदों पर भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू की है. इसी प्रकार वर्ष 2021 में वनरक्षक के 300 रिक्त पदों पर सीधी भर्ती, उपवन क्षेत्रपाल से वनक्षेत्रपाल के 117 पदों पर पदोन्नति और उपवनक्षेत्रपाल के 84 एवं वनपाल के 137 पदों पर पदोन्नति करने के लिए भी मंजूरी मिल चुकी है.

नैसर्गिक गुणों से भरपूर उत्पाद लोगों के स्वास्थ्य के लिए होगा फायदेमंद- अकबर

रायपुर। वन मंत्री अकबर ने नवा रायपुर अटल नगर स्थित अरण्य भवन में वन प्रबंधक समितियों द्वारा वनोपज से निर्मित उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने एवं व्यापक प्रचार-प्रसार से लिए ऑउटलेट का भी शुभारंभ किया. इस आउटलेट के माध्यम से न केवल वनोपज से निर्मित उत्पादों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा, बल्कि यहां बिक्री की भी व्यवस्था होगी. वन मंत्री ने आउटलेट का शुभारंभ करते हुए कहा कि इस आउटलेट में रखे गए सभी उत्पाद प्राकृतिक शुद्धता के साथ नैसर्गिक गुणों से भरपूर है, जो लोगों के लिए स्वास्थ्य की दृष्टि से फायदेमंद है.

प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि हरियाली से स्थानीय लोगों को रोजगार देने के साथ-साथ वन प्रबंधन समितियों द्वारा वनोपज से नवनिर्मित उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए प्रारिस्थितकीय सेवा परियोजना के तहत वनोत्पादों को बाजार से जोड़ने के लिए ऑउटलेट विकसित किया जा रहा है. इस ऑउटलेट में वन प्रबंधन समितियों से निर्मित समाग्रियों का विपणन छत्तीसगढ़ हर्बल के बैनर तले किया जा रहा है. लगभग 120 प्रकार के वन उत्पाद, प्रसंस्कृत उत्पाद उपलब्ध है. इनमें प्रमुख रूप से मरवाही का सीताफल आईस्क्रीम, कटघोरा का जैविक चावल, कवर्धा का ऑर्गेनिक गुड, बलरामपुर का मुनगा पावडर, कोटबाहल का रबड़ी सहित विभिन्न प्रकार के दुग्ध उत्पाद, धमतरी का मुसली लड्डू, बज्रदंती हर्बल दंत चूर्ण, बस्तर का काजू ईमली, बस्तर लड्डू, बलौदाबाजार का लेमन ग्रास आयल और बालोद का एलोविरा साबुन सहित दानकुण्डी मरवाही के लाख की चुड़ी व अबरबत्ती और गोबर धूप कण्डा सहित अनेक प्रकार के उत्पाद लोगों के लिए उपलब्ध है.