जितेन्द्र सिन्हा, राजिम। ग्राम पंचायत पाली के द्वारा संचालित शासकीय उचित मूल्य की दूकान में मृतको के नाम से राशन का आहरण कर मुख्यमंत्री खाद्यान योजना को पलीता लगाया जा रहा है.  ग्राम पंचायत के सरपंच के द्वारा ग्राम के ही उपसरपंच रामाधीन रात्रे को सम्पूर्ण जिम्मेदारी सौपी गई है. विडबना है की ग्राम पंचायत के उपसरपंच व सेल्स मेन के मिली भगत के चलते गांव के ही मृत व्यक्ति के नाम व अन्य परिवारों में दर्ज कुल व्यक्तिओं की कटौती कर फर्जी तरीके से उन व्यक्तिओं के नाम से चावल आहरण कर एक बड़े मात्रा में फर्जी वाडा किया जा रहा है.

ग्राम के रधिया बाई जिनकी मृत्यु 11 जनवरी 2017 को हुई है उनके नाम से 10 सितंबर 2017 तक 35 किलो प्रति माह चावल आहरण होने की जानकरी उनके परिजनों से लेने पर उन्होंने अनिभिज्ञता जाहिर करते हुए मृतक के नाम से चावल नही मिलने की जानकारी दी जबकि ऑनलाइन डाटा में मृतक के नाम से उक्त अवधि में चावल आहरण होना उल्लेख है. ग्राम के ही चंदु दास के राशन कार्ड में कुल 6 सदस्य है जिसके एवज में 7 किलो प्रति व्यक्ति की दर से 42 किलो चावल प्रदाय किये जाना ऑनलाइन डाटा में उल्लेख है मौके पर पहुचे इसप्रतिनिधि द्वारा परिजनों से चर्चा करने पर राशन कार्ड को दिखाते हुये बताया गया की एक लंबे अरसे से 35 किलो चावल ही इनको दिया जा रहा जिसका राशन कार्ड में भी उल्लेख है. इसी प्रकार गांव के अनेक परिवार से प्रति परिवार दर्ज संख्या से कम चावल वितरण कर पंचायत प्रतिनिधिओं के द्वारा मुख्यमंत्री खाद्यान योजना में फर्जी वाडा किया जा रहा है. ग्रामीणों के द्वारा पंचायत प्रतिनिधिओं की मनमानी व दबंगई के चलते लिखित में जिला कलेक्टर व खाद्य निरीक्षक को मामले की जाँच कर दोषिओं के उपर कड़ी कार्यवाही की मांग किये है. उक्त आशय की जानकारी लिए जाने पर एच. के.डढ़सेना खाद्य निरीक्षक गरियाबंद ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जाँच कर उचित कार्यवाही किये जाने की बात कही है.