शब्बीर अहमद, भोपाल। ‘हम’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के ब्राह्मण समाज (brahmin society) और भगवान राम (lord ram) पर दिए विवादित बयान के बाद देश में बवाल जारी है। देश के कई हिस्सों में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे जीतन राम मांझी के खिलाफ ब्राह्मण समाज ने प्रदर्शन किया। वहीं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की मुसीबत बढ़ने वाली है। राजधानी भोपाल में ब्राह्मण समाज ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra)को ज्ञापन सौंपकर जीतन राम मांझी पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। कार्रवाई करें नहीं होने पर अलग-अलग जिलों में प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी। 

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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (Hindustani Awam Morcha ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी का एक वीडियो रविवार को वायरल हुआ। जहां पर वो ब्राह्मणों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते नजर आ रहे थे। साथ ही मांझी ने देवी-देवताओं के लिए भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया। मांझी के इस अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया था। बाद में उन्होंने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने पंडितों के लिए नहीं बल्कि अपने समाज के लोगों के लिए वो कहा था।

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18 दिसंबर 2021 को पंडितों-मुसहरों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए जीतन राम मांझी ने पंडितों के लिए अपशब्द का प्रयोग किया था। मांझी ने कहा था कि अब दलित समाज पूजा पाठ ज्यादा करने लगा है। पहले ये समाज प्रकृति पूजा करता था, लेकिन अब सत्यनारायण कथा करवाने लगा है। मांझी ने कहा कि “आजकल गरीब तबके के लोगों में धर्म की परायणता ज्यादा आ रही है।  सत्यनारायण भगवान की पूजा का नाम हम लोग नहीं जानते थे। अब हर टोला में हम लोगों के यहां सत्यनारायण भगवान पूजा होती है. इतना भी शर्म लाज नहीं लगता है कि पंडित आते हैं और कहते हैं कि कुछ नहीं खाएंगे आपके यहां, बस कुछ नगद दे दीजिए।

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वहीं भगवान राम पर मांझी ने कहा था कि 

जीतन राम मांझी ने कि वे भगवान राम को नहीं मानते हैं, बल्कि वे काल्पनिक पुरुष हैें। उन्होंने कहा कि रामायण में अच्छी बातें है। लेकिन वे राम को भगवान नहीं मानते हैं। इसके अलावा जीतन राम मांझी यह भी कह है चुके हैं कि वे मूर्तियों की पूजा नहीं करते हैं बल्कि वे प्रकृति की पूजा करते हैं। माता शबरी की पूजा करते हैं।

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