रायपुर। छत्तीसगढ़ बीजेपी संगठन चुनाव पर पूर्व सीएम डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि मंडल चुनाव हो गए. आम सहमति से नतीजा निकला गया है. अब जिला के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. 7-8 जिलाध्यक्षों का चुनाव हो चुका है. कल तक 13-14 जिलों के अध्यक्षों का चुनाव कर लिया जाएगा. कुछ जिलों में ज्यादा नाम थे. कुछ जगहों पर फॉर्म ज्यादा भर दिए गए थे. इसलिए उन जगहों पर आम सहमति बनाने में थोड़ा वक़्त लग रहा है.
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के संगठन चुनाव में कई जिलों में कार्यकर्ताओं का गुस्सा जमकर फूट रहा है. जिन जगहों मंडल स्तर के पदों पर नियुक्तियों की सूची जारी की जा रही उसके बाद बवाल मच रहा है. मंडल अध्यक्ष का नाम घोषित होते ही जिलों के कार्यकर्ता विरोध में नारेबाजी शुरू करने लग गए थे. यही वजह है कि चुनाव में देरी हो रही है.
सोमवार को जाँजगीर जिले के डभरा मंडल अध्यक्ष का नाम घोषित होते ही कार्यकर्ताओं ने विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी. विरोध का सामना सांसद गुहाराम अजगले को करना पड़ा. डभरा मंडल चुनाव संपन्न कराने पहुँचे बतौर पर्यवेक्षक भाजपा सांसद गुहाराम अजगले और प्रभारी अमृतलाल साहू ने जैसे नए मंडल अध्यक्ष के लिए घासीराम अग्रवाल के नाम की घोषणा की, कार्यकर्ता भड़क उठे. नाराज कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि बिना बूथ अध्यक्षों के सहमति से मंडल अध्यक्ष चुन लिया गया है. कार्यकर्ताओं का आक्रोश इतना बढ़ गया था कि उन्होंने सांसद अगजले और प्रभारी साहू के ख़िलाफ़ मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए. वहीं लिखित शिकायत प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विक्रम उसेंडी से भी कार्यकर्ताओं ने किया है.
इसके अलावा भाजपा ने महासमुंद और बलौदाबाजार में पुराने चेहरों पर दांव खेला है. महासमुंद में पूर्व संसदीय सचिव रूप कुमारी चौधरी को जिला अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि बलौदाबाजार-भाटापारा में हारे हुए विधायक डॉक्टर सनम जांगड़े को जिम्मेदारी सौंपी गई है. महासमुंद में बगावत रोकने के लिए जिला अध्यक्ष के एक दावेदार को महामंत्री बनाए गए हैं. ऐसा पहली बार हुआ है, जब जिला अध्यक्ष के साथ महामंत्री के सिंगल नाम का ऐलान हुआ हो. इसे लेकर नाराजगी शुरू हो गई. चुनाव के दौरान ही पूर्व मंत्री पूनम चंद्राकर और पूर्व विधायक विमल चोपड़ा के बीच नोकझोंक की स्थिति बन गई.