रायपुर. पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने अपने ट्विट में महिलाओं में एनीमिया को लेकर कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य सर्वेक्षण की रिपोर्ट में 2004-05 में महिलाओं में एनीमिया की दर 55 प्रतिशत सेे अधिक थी जो घटकर 2015-16 में 45 प्रतिशत तक पहुंच गई थी. कांग्रेस सरकार के 3 साल में अब यह बढ़कर 60 प्रतिशत से अधिक हो गई है.

ये हैं एनीमिया के लक्ष्ण
एनीमिया के कारण व्यक्ति में जल्दी थकावट, कमजोरी, सांस फूलना, घबराहट, चक्कर आना, सुस्ती, बार-बार बीमार पड़ना, हाथ,पैरों में ठंडापन या सूनापन, सूजन और बेहोशी जैसे लक्षण दिखाई देने लगतेे हैं. त्वचा, जीभ, नाखूनों और पलकों के अंदर का रंग सफेद दिखने लगता है. महावारी में अधिक खून बहना भी किशोरियों में खून की कमी का लक्षण है. इन लक्षणों को नजर अंदाज नहीं किया जाना चाहिए. अगर इनमें से कोई भी समस्या है तो खून की कमी एनीमिया हो सकती है.

ये हैं एनीमिया से बचाव के उपाय
खून की कमी से बचने के लिए पौष्टिक व आयरन युक्त भोजन,जैसे. हरी पत्तेदार सब्जियां पालक मेथी सरसों, सहजन पुदीना इत्यादि दालें या काला चना,सोयाबीन तिल आदि, मांसाहारी आहार मछली,मुर्गा,अण्डा और अनाज जैसे. गेहूं,ज्वार बाजरा,मूंगफली इत्यादि खाना चाहिए. विटामिन सी युक्त आहार नियमित रूप से लेने पर शरीर में आयरन युक्त भोजन आसानी से पच जाता है.

ऐसा करने से आयरन की नीली गोली का प्रभाव भी अधिक होता है. आंवला, अमरूद, संतरा, अनार, सीताफल, पपीता, नींबू, बेर, टमाटर, आम, फूलगोभी इत्यादि में विटामिन सी अधिक मात्रा में पाया जाता है. खाना खाने के साथ या उसके 2 घंटे पहले या 2 घंटे बाद तक चाय कॉफी आदि नहीं पीनी चाहिए. इससे खाने से मिली आयरन का असर कम हो जाता है.