स्पोर्ट्स डेस्क. अपने जमाने के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं. क्रिकेट के मैदान पर आज भी सहवाग जैसा आतिशी बल्लेबाज देखने को नहीं मिला है. उनका बल्ला क्रिकेट के सभी प्रारूपों में आग उगलता था जिससे अच्छे-अच्छे गेंदबाजी भी उनसे खौफ खाते थे. बल्लेबाजी की तरह ही वह किसी भी मुद्दें पर बेखौफ होकर अपनी राय रखते हैं. इस वजह से वह कई बार विवादों में भी आ जाते हैं. ऐसा ही उन्होंने एशिया के सर्वश्रेष्ठ मध्यक्रम के बल्लेबाज को चुनते हुए किया.

सहवाग ने अपने साथी खिलाड़ी और वर्तमान में भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड, वीवीएस लक्ष्मण या फिर श्रीलंका के लेजेंड कुमार संगकारा को नहीं बल्कि पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक को सर्वश्रेष्ठ मध्यम क्रम का बल्लेबाज करार दिया. इंजमाम ने 1991 से 2007 तक 120 टेस्ट, 378 वनडे और एक टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया. वह 1992 में पाकिस्तान की विश्व कप विजेता टीम का भी हिस्सा थे.

गौरव कपूर से बात करते हुए सहवाग ने कहा कि हर कोई सचिन तेंदुलकर के बारे में बात करता है, लेकिन मैं इंजमाम को एशिया का सर्वश्रेष्ठ मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज मानता हूं. इंजी भाई, बहुत अच्छे थे. तेंदुलकर तो बल्लेबाजों की लीग से ही ऊपर थे. उन्हें तो हम काउंट ही नहीं कर सकते, लेकिन एशिया में मैंने इंजमाम से बेहतर बल्लेबाज नहीं देखा. उन्होंने कहा कि 2003-04 में जब प्रति ओवर आठ रन बनाना टेढ़ी खीर था, उस जमाने में वह कहते थे कि चिंता मत कर, ये रन आराम से बना लेंगे. 10 ओवर में 80 रन बनाने में कई टीमें घबरा जाती थीं, लेकिन उस समय इंजमाम लगभग आठ की औसत से रन बनाते हुए भी एकदम शांत रहते थे.