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शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में 30 अक्टूबर को तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर मतदान होना है. सबसे रोचक खंडवा का उपचुनाव है. जो नंद कुमार सिंह चौहान के निधन से खाली हुई है. यहां टिकट को लेकर पहले ही बवाल मचा हुआ है. पार्टी के अंदर अलग-अलग नेता दावा कर रहे हैं. साथ ही निर्दलीय विधायक भी कांग्रेस से टिकट की मांग करने लगे हैं. टिकट के कयासों के बीच कांग्रेस खेमे से खंडवा लोकसभा को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. पीसीसी चीफ कमलनाथ के करीबी और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने टिकट को लेकर बड़ा बयान दिया है कि अरुण यादव का टिकट तय है.
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बाहरी को नहीं, जिसके अंदर कांग्रेस का खून उसे मिलेगा टिकट: सज्जन
लल्लूराम डॉट कॉम से बात करते हुए पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा अरुण यादव का टिकट लगभग तय है. अगर अरुण यादव चुनाव लड़ना चाहते हैं तो दरवाजे खुले हुए हैं. कांग्रेस में टिकट लगभग तय हो चुके हैं. बस आलाकमान की मुहर लगना बाकी है. 2 अक्टूबर को जब कमलनाथ वापस आएंगे तो, उम्मीदवारों की लिस्ट पर आलाकमान की मुहर लगवाकर लाएंगे. टिकट जिसे भी मिलेगी उसके अंदर कांग्रेस का खून होगा. किसी बाहरी व्यक्ति को टिकट नहीं दिया जाएगा. वहीं चुनाव की तैयारी को लेकर वर्मा ने कहा चुनाव वाले इलाकों में कांग्रेस की चार-चार बार बैठक हो चुकी है.
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इन 10 कारणों से अरुण यादव साबित हो रहे नंबर वन
1. निमाड़ की सियासत में अरुण यादव परिवार का वर्चस्व।
2. अरुण यादव के पास कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज।
3. पिता स्व. सुभाष यादव निमाड़ के साथ किसानों के बड़े लीडर रहे।
4. खंडवा लोकसभा पर ओबीसी जाति के 4 लाख 76 हजार वोट।
5. राहुल गांधी की गुड लिस्ट में शामिल हैं अरुण यादव।
6. 2009 में दिग्गज नंदकुमार सिंह चौहान को खंडवा सीट पर हराया।
7. कांग्रेस के सभी गुटों से अरुण यादव के अच्छे संबंध।
8. खंडवा लोकसभा के अधिकतर विधायक अरुण यादव के समर्थन में।
9. चुनाव तरीखों के ऐलान के पहले से खंडवा लोकसभा सीट पर सक्रिय।
10. कमल नाथ की सर्वे रिपोर्ट में भी अच्छा फीडबैक।
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