वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर। क्रिप्टोकरंसी में निवेश का झांसा देकर करीब 60 लाख की धोखाधड़ी का करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. युवक ने खुद को क्रिप्टोकरंसी का एजेंट बताते हुए 13 लोगों को ठगी का शिकार बनाया. सभी से इन्वेस्ट करवाने के नाम पर पैसा लिया और फरार हो गया था. उसके गायब होने के बाद पीड़ित थाने पहुंचे. इसकी शिकायत की. सिविल लाइन पुलिस ने मामले में अपराध दर्ज कर उसे नागपुर से गिरफ्तार किया है.

मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र के मंगला चौक के रहने वाला रघुनंदन केनार प्रॉपर्टी डीलर का काम करता है. काम के सिलसिले में उनकी मुलाकात वैष्णवी विहार में रहने वाले से हुई थी. इस दौरान उसने खुद को क्रिप्टोकरंसी का एजेंट बताया था. पहचान के बाद नरेंद्र ने प्रॉपर्टी डीलर को क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने पर ज्यादा फायदा होने की बात कही थी.

उसने प्रॉपर्टी डीलर को झांसा देकर 12 दिसंबर 2022 को ₹200000 नगद लिया. साथ ही ₹97000 अपनी बहन लक्ष्मी कुर्रे के खाते में ट्रांसफर करवाया. इस तरह उसने करीब ₹500000 प्रॉपर्टी डीलर से ले लिए. इसके अलावा उसके नाम पर 10 लाख लोन भी लिया. उसने इसके एवज में लाभांश देने की बात कही थी.

नरेंद्र ने प्रॉपर्टी डीलर के साथ ही विक्रम खांडेकर, रूपेश कुमार, प्रभात शंकर, उपेंद्र लहरे, विजय सोनी, नवीन कश्यप, आजा खांडेकर, कपिल यादव, श्रीकांत नागदा, देवेंद्र लहरे, हजम खांडेकर और महेश महतो से भी पैसे लिए इस तरह एजेंट सभी से कुल ₹60 लाख लेकर फरार हो गया.

पीड़ितों ने इसकी शिकायत सिविल लाइन पुलिस से की. पुलिस ने आरोपी पर धारा 409, 420 के तहत केस दर्ज कर तलाश कर रही थी. इस बीच उसके नागपुर में होने की जानकारी मिली. घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार किया गया.

आरोपी ने ठगी की रकम में से कार, लेपटॉप, फ्रिज, वाशिंग मशीन और अन्य सामग्री खरीदी. आरोपी ने 13 आईडी का अलग अलग इस्तेमाल कर क्रिप्टोकरेंसी के बारे में google, you tube से online जानकारी लेकर लोगों के साथ धोखा किया.

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