1. एप्रीकॉट (खुबानी) : एप्रीकॉट में विटामिन-ए, सी, ई, बीटा-कैरोटीन, फास्फोरस, सिलिकोन, कैल्शियम, आयरन और पोटैशियम पाया जाता है. ये सभी गुण आपके और आपके शिशु के विकास के लिए जरूरी हैं. इसमें आयरन भी होता है, जो एनीमिया से बचाव करता है. गर्भावस्था में आप एक दिन में दो एप्रीकॉट खा सकती हैं
  2. चेरी : चेरी में प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी पाया जाता है, जो गर्भावस्था के दौरान सर्दी-खांसी जैसे सामान्य लक्षणों से लड़ने में मदद करता है. प्रेगनेंसी में चेरी खाने से प्लेसेंटा (अपरा) और शिशु तक रक्त आपूर्ति सुचारू रूप से होती है. इसमें मेलाटोनिन होता है, जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है. यह आपको अच्छी नींद लाने में मदद करता है.
  3. अमरूद : अमरूद को पोषक तत्वों का खजाना माना जाता है. अधिकतर गर्भवती महिलाओं को इस अवस्था में अमरूद खाने की लालसा भी होती है. यह आपका पाचन सुधारता है और रक्त-संचार को नियंत्रित रखने में मदद करता है. अमरूद में विटामिन-सी, ई, कैरोटेनॉयड और पॉलीफेनोल होते हैं, जो प्रेगनेंसी में फायदा पहुंचाते हैं.
  4. कीवी : कीवी में मानव श्वसन प्रणाली को दुरुस्त रखने के गुण होते हैं. इसमें रोग-प्रतिरोधक क्षमता होती है, जो प्रेगनेंसी के दौरान सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं से दूर रखती हैं. इसके अलावा, कीवी लौह तत्व को अवशोषित करने में मदद करती है. साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होता है. साथ ही कीवी में प्रचुर मात्रा में फोलेट पाया जाता है, जो शिशु के तंत्रिका विकास में मदद करता है.
  5. सेब : सेब में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो मां और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद होते हैं. ये शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में भी मदद करते है. इसके अलावा, सेब इम्यूनिटी भी बढ़ाता है और अस्थमा व एग्जिमा जैसी बीमारी से दूर रखने में मदद करता है. वहीं, इसमें आयरन भी होता है, जो गर्भवती में खून की कमी होने से बचाता है.

जाने Pregnancy में कौन से फ्रूट खाने चाहिए और कौन से नहीं

  1. आम : गर्भावस्था के दौरान आम खाना फायदेमंद हो सकता है. इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी होता है, जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है. इसके अलावा, इसमें फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं. इसमें प्रचुर मात्रा में कैलोरी भी होती है और तीसरी तिमाही में जब आपको ज्यादा कैलोरी की जरूरत होती है, तब आम बेहतरीन भूमिका निभा सकता है. इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आम प्राकृतिक रूप से पका हुआ हो. केमिकल से पकाए गए आमों में कैल्शियम कार्बाइड और आर्सेनिक होता है, जिससे गर्भपात हो सकता है.
  2. नाशपाती : नाशपाती में भरपूर मात्रा में फोलिक एसिड होता है, जो होने वाले बच्चे को तंत्रिका दोष से बचाने में मदद करता है. इसके अलावा, इसमें फाइबर होता है, जो कब्ज की समस्या से बचाता है.
  3. स्ट्रॉबेरी : प्रेगनेंसी में स्ट्रॉबेरी खाना भी फायदेमंद हो सकता है. इसमें विटामिन-सी होता है, जो रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और रक्तचाप को सामान्य रखता है. इसके अलावा, इसमें मैंगनीज और पोटैशियम होता है, जो शिशु के विकास के लिए जरूरी है.
  4. तरबूज : तरबूज गर्भावस्था के दौरान होने वाली मॉर्निंग सिकनेस से राहत दिलाता है. इसके अलावा, यह तीसरी तिमाही में होने वाली सीने में जलन व हाथ-पैरों की सूजन को दूर रखने में मदद करता है और इसमें मौजूद मिनरल आपको हाइड्रेट रखते हैं.
  5. चीकू : चीकू में इलेक्ट्रोलाइट्स, विटामिन-ए व कार्बोहाइड्रेट होता है, जो गर्भवती के साथ-साथ स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी फायदेमंद है. इसमें मौजूद पोषक तत्व जी-मिचलाने और पेट संबंधी दिक्कतों को दूर करने में मदद करते हैं. चीकू दस्त जैसी समस्या से बचाने में भी मदद करता है.

 

  1. केला : एक पौष्टिक डायट में केले का खास महत्व है. इसमें फोलेट, विटामिन-सी, विटामिन-बी6, पोटैशियम और मैग्नीशियम होता है. एक ओर जहां फोलेट से बच्चे को तंत्रिका दोष होने का खतरा कम हो जाता है. वहीं, विटामिन बी-6 सोडियम के स्तर को नियंत्रित कर जी-मिचलाने की समस्या को दूर करता है. इसके अलावा, पोटैशियम गर्भावस्था संबंधी कई तरह की जटिलताओं को दूर रखता है. यही कारण है कि डॉक्टर भी पहली तिमाही में केला खाने की सलाह देते है.
  2. शरीफा : गर्भावस्था के दौरान शरीफा खाने के भी कई फायदे हैं. इसमें प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व, कैलोरी और शुगर होती है, जो गर्भावस्था के दौरान आवश्यक वजन बढ़ाने में मदद करते हैं. इसके अलावा, इसमें विटामिन-ए और विटामिन-सी होता है, जो भ्रूण की आंखों, बालों व त्वचा के विकास में फायदा करते हैं. इसमें मौजूद फाइबर गर्भवती को कब्ज से भी बचाता है. वहीं, इसमें एंटीऑक्सीडेंट तत्व भी होते हैं, जो शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करते हैं.
  3. अनार : गर्भावस्था में अनार भी काफी फायदेमंद माना जाता है. इसमें मौजूद आयरन खून की कमी से बचाता है और इसमें मौजूद फाइबर पेट साफ करता है. इसके अलावा, इसमें विटामिन-के होता है, जो मां और भ्रूण की हड्डियों को मजबूत करता है. एक सीमित मात्रा में अनार का जूस पीने से प्लेसेंटा की क्षति होने का खतरा कम होता है.
  4. संतरा : गर्भवती महिला के लिए संतरा काफी फायदेमंद माना जाता है. इसमें विटामिन-सी होता है, जो पाचन सुधारता है और रक्त से लौह तत्व अवशोषित करने में मदद करता है. इसके अलावा, इसमें फोलेट होता है, जो बच्चे को तंत्रिका तंत्र के विकारों से बचाता है. वहीं, इसमें मौजूद पोटैशियम गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप की समस्या से बचाता है.
  5. एवोकाडो : एवोकाडो में अन्य फलों की तुलना में ज्यादा मात्रा में फोलेट पाया जाता है. इसके अलावा, इसमें विटामिन-सी, बी, के, फाइबर, कोलीन, मैग्नीशियम और पोटैशियम होता है. मैग्नीशियम और पोटैशियम गर्भवती को जी-मिचलाने से बचाते हैं. इससे पैरों में ऐंठन की समस्या से भी राहत मिलती है. वहीं, कोलीन शिशु के मस्तिष्क विकास के लिए जरूरी है. इसके अलावा, इसमें मौजूद स्वस्थ मोनोसैचुरेटेड फैट गर्भवती को दिल संबंधी समस्या से दूर रखते हैं.

 

  1. खरबूजा : गर्भावस्था के दौरान खरबूजा खाने की भी सलाह दी जाती है. इसमें फाइबर और भरपूर मात्रा में पानी होता है, जो कब्ज की समस्या से बचाता है. इसके अलावा, इसमें विटामिन-सी भी होता है, रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है. वहीं, इसमें फोलेट भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है.
  2. चकोतरा : चकोतरा भी प्रेगनेंसी में काफी फायदा करता है. इसमें मौजूद फाइबर पेट साफ करने में मददगार होता है. इसमें विटामिन-सी भी होता है, जो आपका पाचन ठीक रख सकता है और इम्यूनिटी बढ़ा सकता है.
  3. तेंदू का फल : यह एक मीठा फल है, जिसे ड्राई फ्रूट के तौर पर भी खाया जाता है. इसमें प्रचुर मात्रा में कैल्शियम और फास्फोरस होता है, जो शिशु के विकास में मददगार है. वहीं, इसमें कैरोटीन और विटामिन-ए होता है, जो हृदय की मांसपेशियों व आंखों की रोशनी के लिए जरूरी है. वहीं, विटामिन-सी रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है. इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को डिटॉक्स करते हैं.
  4. रैस्पबेरी : गर्भावस्था के दौरान रैस्पबेरी भी खाना फायदेमंद हो सकता है. लाल रैस्पबेरी, खासतौर पर इसकी पत्तियों का अर्क प्रसव पीड़ा को आसान बनाने में मदद करता है. इसमें एलेजिक एसिड (फाइटोन्यूट्रिएंट) और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो गर्भवती महिलाओं में कैंसर के खतरे को कम करते हैं.

 

  1. नारियल : गर्भावस्था के दौरान नारियल का सेवन करना भी फायदेमंद हो सकता है. यह आपको हाइड्रेट रखता है और प्रेगनेंसी में होने वाली मॉर्निंग सिकनेस से भी राहत दिलाता है.
  2. किशमिश : आप चाहें तो प्रेगनेंसी के दौरान किशमिश का सेवन भी कर सकती हैं. किशमिश में फाइबर, आयरन व कैल्शियम जैसे गुण होते हैं, जो आपको फायदा पहुंचा सकते हैं.
  3. खजूर : गर्भावस्था के दौरान खजूर का सेवन करना भी आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. प्रेगनेंसी के दौरान इसका सेवन करना से शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है.
  4. अंजीर : अंजीर का सेवन भी प्रेगनेंसी के दौरान फायदेमंद हो सकता है. हां, इसे कितना खाना है, उस पर ध्यान देने की जरूरत है. आप चाहें तो डॉक्टर से इस बारे में बात करके अंजीर का सेवन कर सकते हैं.
  5. जामुन : आप प्रेगनेंसी के दौरान जामुन का सेवन भी कर सकते हैं. इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो आपके और शिशु के लिए फायदेमंद हो सकते हैं.