अंकुर तिवारी, धमतरी। नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान से त्रस्त होकर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी के केंद्रीय कमेटी के 1 से 26 अप्रैल तक विरोध कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है. इस कड़ी में माओवादियों ने 26 अप्रैल को भारत बंद का आह्वान किया है. इस संबंध में माओवादियों की दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प ने बयान जारी किया है.

माओवादी प्रवक्ता विकल्प ने कहा है कि विगत में सलवा जुडूम को हराने में, क्रांतिकारी आंदोलन का सफाया करने के ऑपरेशन ग्रीन हंट के लक्ष्य को सफल न होने देने में अहम भूमिका अदा करने वाली प्रगतिशील जनवादी ताकतों, बुद्धिजीवियों के साथ मानवाधिकार संगठनों से अपील किया कि वे अब समाधान प्रहार के निर्णायक हमलों का विरोध-प्रतिरोध करने में मदद करें.

इसे भी पढ़े-Exclusive: जेठालाल और अंगूरी भाभी से मिलाने का झांसा, सैकड़ों से लाखों की ठगी

विकल्प ने समाधान हमलों में पुलिस, डीआरजी या एसटीएफ के छद्म वेश में भारतीय सैन्य बलों को शामिल करने के खिलाफ आवाज बुलंद करने के अलावा संघर्षरत इलाकों में बैठाए गए पुलिस-अर्धसैनिक व कमांडो बलों के कैंपों में भारतीय सैन्य बलों की तैनाती को रद्द करने सहित सभी कैंपों को हटाने तथा अर्ध सैनिक बलों को वापस उनके मूल बैरकों में भेजने की मांग को जोर-शोर से उठाने की अपील की है.

इसे भी पढ़े- Aggressiveness towards Hacking: Indian Organizations under Chinese Cyber Attack