मुंबई. हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता मनोज बाजपेयी आज अपना 52वां जन्मदिन मना रहें है. मनोज का जन्म 23 अप्रैल 1969 को बिहार के बेलवा में हुआ था. बाजपेयी बॉलीवुड के ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने अपने अभिनय से बड़े पर्दे पर न मिटने वाली छाप छोड़ी है. वह फिल्मों में अपने अलग और खास अभिनय के लिए जाने जाते हैं.

मनोज बाजपेयी का जन्म एक किसान परिवार में हुआ था, लेकिन वह बचपन से ही एक कलाकार बनना चाहते थे. मनोज बाजपेयी 17 साल की उम्र में दिल्ली आ गए थे. दिल्ली से ही मनोज बाजपेयी ने अपनी पढ़ाई पूरी की. उन्होंने एक्टिंग की शिक्षा नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से ली थी. मनोज बाजपेयी ने अपने करियर की शुरुआत साल 1994 में फिल्म द्रोह काल से की थी. इस फिल्म में उनका बहुत छोटा सा रोल था और वे चंद पल के लिए नजर आए थे.

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बता दें कि मनोज इसके बाद बैंडिट क्वीन, दस्तक, संशोधन और तपन्ना जैसी कई फिल्मों में नजर आए थे, लेकिन मनोज बाजपेयी को बॉलीवुड में असली पहचान साल 1998 में फिल्म सत्या से मिली थी. इस फिल्म में उन्होंने भिकू म्हात्रे का किरदार निभाया था, जो दर्शकों को खूब पसंद आया था. इस फिल्म के मनोज बाजपेयी को नेशनल अवॉर्ड मिला था. फिल्म सत्या के बाद उन्होंने शूल, पिंजर, वीर-जारा, 1971, गैंग्स ऑफ वासेपुर, स्पेशल 26, अलीगढ़ और भोसले सहित कई शानदार फिल्मों में काम किया है.

मनोज बताते है कि वह असफलता से निराश होकर कई बार मुंबई छोड़ने का मन बना चुके थे, लेकिन उनकी पत्नी शबाना ने उन्हें रोक लिया. एक समय ऐसा था जब मनोज फिल्मों से लगभग गायब ही हो गए थे. मीडिया से बात करते हुए मनोज बाजपेयी कहा था ‘मेरी एक फिल्म आयी थी ‘1971’ जिसे दो नेशनल अवॉर्ड भी मिले थे. इस फिल्म को ठीक से डिस्ट्रीब्यूट नहीं किया गया था और लोग इस फिल्म को नहीं देख पाए. फिल्म न चलने का दुःख मुझे आज भी होता है. बस इसी फिल्म के बाद मेरे पास ऑफर आने कम हो गए. जो आए भी वो मन के नहीं थे.’

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