प्रतीक चौहान. रायपुर. महिला आयोग के दफ्तर में शहर के एक अस्पताल के डायरेक्टर डॉ मनोज लाहोटी से जमकर मारपीट हुई. मारपीट का आरोप महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक के पीए अभिषेक सिंह पर लगे है. लेकिन ये मारपीट किन वजहों से हुई और ये पूरा मामला क्या है ये हम आपको इस विस्तृत रिपोर्ट में बताएंगे.

पूरा मामला करीब 3 साल पुराना (2018 का) है. जब एक महिला मरीज ने सुबह-सुबह डॉ मनोज लाहोटी को फोन किया. मरीज ने डॉक्टर को बताया कि वे उनकी पुरानी मरीज है और जांच करवाना चाहती है. डॉक्टर ने उन्हें टाईम दिया और अस्पताल बुलाया.

अस्पताल आने के बाद 2-3 घंटे तक जब महिला का नंबर नहीं आया तो मरीज ने वहां हंगामा मचाना शुरू कर दिया. स्टॉफ ने इसकी जानकारी डॉ लाहोटी को दी. इसके बाद डॉ लाहोटी से मरीज ने कहा कि उन्हें एक दूरबीन जांच करवानी है.

2007 में जांच करवाने के बाद 2018 में पहुंची थी महिला

लेकिन डॉक्टर ने उन्हें कहा उससे पहले कुछ और जांच भी जरूरी है. लेकिन मरीज अड़ी रही कि उन्हें दूरबीन जांच ही करवानी है, इस पर डॉक्टर ने कहा कि यदि उन्हें ज्यादा दिक्कत है तो वे अस्पताल की कैज्युअलटी में भर्ती हो जाएं स्थिति सामान्य होने के बाद वे पुनः जांच कर लेंगे. इसी दौरान पता चला कि मरीज को डॉ लाहोटी ने करीब 10-11 साल पहले (2007 में) देखा था. तब उनकी क्लीनिक कही और थी.

सरस्वती नगर थाने भी पहुंचा था मामला

वहां पहुंचने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की और चंद दिनों पहले ही मामला नस्तीबद्ध किया. इसी दौरान महिला ने मेडिकल काउंसिल में भी इसकी शिकायत की. कुछ दिनों पहले ही इस मामले की सुनवाई काउंसिल में भी हुई. वहां भी डॉक्टर और मरीज के बीच हॉट टॉक हुई थी. लेकिन मामला इलाज में लापरवाही का नहीं था इसलिए काउंसिल ने भी मामला नस्तीबद्ध कर दिया.

लेकिन वहीं महिला ने डॉक्टर की फोटो अपने मोबाइल से खिंची और काउंसिल में मौजूद डॉक्टरों को बताया कि उन्होंने (मरीज) ने मामला महिला आयोग में भी दाखिल किया है, जहां वे (डॉ लाहोटी) सुनवाई में नहीं आते है और वहां ये कहते है कि वे शहर से बाहर है.  इसलिए वे (मरीज) उसकी फोटो खिंच रही है और महिला आयोग में ये बताएगी कि डॉ लाहोटी शहर से बाहर नहीं है. इसके बाद गुढ़ियारी थाने से नोटिस डॉ लाहोटी को तामिल करवाया गया और वे कल सुनवाई में पहुंचे थे. लेकिन सुनवाई में पहुंचने के बाद वहां अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक नहीं थी. जानकार बताते है कि वे एक एक मंत्री के साथ प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद थी. जबकि वे एक संवैधानिक पद में है.

डॉक्टर और आरोपी पीए दोनो पर है अभद्रता के आरोप

इसी दौरान वहां महिला मरीज और डॉक्टर के बीच हॉट-टॉक हुई और फिर डॉ किरणमयी नायक के पीए ने डॉक्टर को वहां ले जाकर मारपीट की जहां सीसीटीवी नहीं लगा हुआ था. लल्लूराम डॉट कॉम को पता चला है कि उक्त पीए के खिलाफ इससे पहले भी मारपीट की कई शिकायतें दर्ज है. वहीं डॉ लाहोटी पर भी मरीज के साथ अभद्रता करने की शिकायत दर्ज है. इस मामले में डॉ मनोज लाहोटी की शिकायत पर सिविल लाइंस थाने में आरोपी अभिषेक सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 294, 323, 342, 357, 392 और 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया है.