पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। पुलिस न पहुंचे इसके लिए नक्सल प्रभावित इलाकों में जुआरियों ने फड जमाना शुरू कर दिया है. लेकिन जुआरियों की चाल से वाकिफ पुलिस ने दबिश देकर मौके से 18 जुआरियों को दबोच लिया. जुआरियों के कब्जे से 1 लाख 2360 रुपए नगद के साथ 5 बाइक और 7 मोबाइल जब्त किया है.

अमलीपदर थाना क्षेत्र के मुड़ामहान गांव के सुनसान इलाके में जुआ खेलने की सूचना पर पुलिस ने सोमवार रात को फड़ में दबिश देकर 18 जुआड़ियों को पकड़ा है. थाना प्रभारी नवीन राजपूत ने बताया कि इनके पास से 1 लाख 2360 रुपये नगद, 5 बाइक व 7 मोबाइल जब्त किया है. आरोपियों के विरुद्ध जुआ एक्ट के अलावा प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी किया गया है. आरोपियों को मैनपुर एसडीम के समक्ष पेश किया जा रहा है. इस अनुविभाग में जुआ के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है. इसमें आरक्षक रिजवान कुरैसी, नकुल सोरी, हरिनारायण यादव, डकेश्वर ध्रुव एवं दिनेश यादव की सराहनीय भूमिका रही है.

पकड़े गए जुआड़ियों ने खुलासा किया है कि उनका फड ज्यादातर इंदागाव थाना क्षेत्र के फरसरा, डुमाघाट, काण्डसर इलाके में खेलते हैं. जुआड़ियों ने इसके पीछे जो वजह बताई वो एकदम चौकाने वाला था, ये इलाका नक्सली मूममेन्ट वाला इलाका है. इस इलाके में पुलिस की रोजाना पेट्रोलिंग सम्भव नहीं है. सर्चिंग अभियान होता है. सर्चिंग के दिन छोड़कर बाकी रात में यहां बेखौफ होकर जुआ खेल सकते हैं. धरे गए जुआरियों में ज्यादातर इंदगांव इलाके से हैं, लेकिन जब नक्सल प्रभावित इलाकों में फड़ जमता है, तो वां ओड़िसा के अलावा धमतरी, महासमुंद के जुआरियों का भी आना होता है. कई सफेदपोस व अमलीपदर के कई नामजादे लोग 52 परियों के साथ सैर करते हैं.