गरियाबंद। नक्सलियों का आदिवासियों पर अत्याचार कब खत्म होगा. पुलिस मुखबिरी के नाम पर ग्रामीणों की हत्या का सिलसिला भी नहीं थम रहा है. एक बार फिर नक्सलियों की बर्बरता सामने आई है. मुखबिरी के संदेह में परशुराम भुजिया नाम के व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया है. वारदात की सूचना मृतक के भाई और कोटवार ने मैनपुर थाने पहुंचकर पुलिस को दी है. घटना कल शाम की बताई जा रही है. वारदात के बाद गांव में सन्नाटा पसर गया है.

लाठी ठंडे से पीट पीटकर हत्या

घटना गरियाबंद जिले के मैनपुर थाना क्षेत्र की है, जहां आमा मोरा पहाड़ियों में ओडिशा क्षेत्र के नक्सलियों का खौफनाक चेहरा देखते को मिला है. माओवादियों ने 35 वर्षीय परशुराम भुजिया की लाठी ठंडे से पीट पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी. घटना स्थल पर मिले नक्सली पर्चे में इस बात का जिक्र है कि परशुराम पुलिस की मुखबिरी करता था.

पहाड़ी से शव लाने का प्रयास कर रही पुलिस

हत्या के बाद नक्सलियों ने मौके पर पर्चा भी छोड़ा है, जो कि ओडिशा क्षेत्र के नक्सलियों का है. जिस जगह पर परशुराम को मारा गया है, उसी जगह पर लाश को छोड़कर नक्सली फरार हो गए. घटना की जानकारी सूचना मृतक के भाई और कोटवार ने मैनपुर थाने पहुंचकर पुलिस को दी है. पुलिस आमा मोरा पहाड़ियों से शव को मैनपुर लाने लाने का प्रयास कर रही है.

जांच में जुटी पुलिस

एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि सोनबेड़ा, धर्मबांधा, खोलीबतर (SDK) एरिया कमेटी के द्वारा 35 वर्षीय व्यक्ति की हत्या किए जाने की घठना सामने आई है. फिलहाल गांव के सरपंच शव को लेकर मैनपुर पहुंच रहे. जांच के बाद ही हत्या के सही कारणों का पता चल पाएगा.

नाबालिग नक्सली और उसकी मां

नाबालिग नक्सली ने किया सरेंडर

इधर नारायणपुर जिले में माओवादिओं के स्माल एक्शन टीम की नाबालिग सदस्य ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है. नक्सलियों ने लड़की को 13 साल की उम्र में संगठन में शामिल किया था. नवलगढ़ अबूझमाड़ के जाटलूर निवासी नाबालिग नक्सली अबूझमाड़ डिवीजन में सक्रिय थी. नक्सलियों ने उसके पिता को जान से मारने की धमकी दी थी. वो नक्सलियों के सबसे खतरनाक टीम मांड डिवीजन में काम करती थी.

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