अमृतांशी जोशी,भोपाल। मध्यप्रदेश में सामान्य वर्ग की उपेक्षा सरकार की परेशानी बन सकती है. पदोन्नति नियमों को लेकर सामान्य वर्ग के कर्मचारी प्रदर्शन करेंगे. आरक्षित वर्ग के जूनियर्स को ऊपर पदों पर बैठा देख सामान्य वर्ग के कर्मचारी परेशान हैं. ऐसे में कर्मचारियों का प्रदर्शन चुनाव में खेल बिगाड़ने का काम भी कर सकता है.

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सामान्य पिछड़ा और अल्पसंख्यक वर्ग के प्रदेशाध्यक्ष के.एस तोमर ने आरोप लगाए है कि विभागों के पद पर अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग क़ाबिज़ है. सामान्य, पिछड़ा अल्पसंख्यक वर्ग अलग महसूस कर रहा है. सरकार नौकरियों में सामान्य वर्ग की नस्ल को ख़त्म करना चाहती है. पदोन्नति को लेकर नए नियम बनाए जा रहे हैं यानी कि पुराने भी ग़लत थे.

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सरकार की उपेक्षा 2023 के चुनाव पर असर डालेगी. नियम हमारे हिसाब से नहीं बने तो हम ज़िलों में रैलियां और प्रदर्शन करेंगे. सरकार के सौतेले व्यवहार से सामान्य वर्ग परेशान हो चुका है. भोपाल में भी एक बड़ी सभा की जाएगी. जिसमें सभी कर्मचारी आएंगे.

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