शंकर राय, बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में लंपी वायरस का कहर जारी है। लंपी वायरस से जिले कई गांवों में भय व्याप्त है। इस खतरनाक और जानलेवा वायरस से निपटने ग्रामीण पूजा-पाठ का सहारा लेने लगे हैं। दिवाली में वायरस के चक्कर में जिले के कई गांवों में न तो दिवाली मनाई गई और न ही गोवर्धन पूजा की गई।
जानकारी के अनुसार जिले में मवेशियों की लगातार हो रही मौत से अब अंधविश्वास भी फैल रहा है। गांवों में तरह तरह के धार्मिक और तांत्रिक अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। ग्राम आरुल के ग्रामीणों ने बैठक कर संकल्प लिया है कि 9 दिनों तक गांव के देवी मंदिर में ग्रामीण जल चढ़ाएंगे। 9 दिनों तक गांव में मांस मदिरा के सेवन पर प्रतिबंध लगाया गया है। जो भी मांस मदिरा का सेवन करते पाया गया उस पर ग्रामीणों द्वारा जुर्माना लगाया जाएगा।
कई गांवों में भगत भुमका भी तंत्र मंत्र के जरिये वायरस से बचने के उपाय बता रहे है। पशु चिकित्सा विभाग में अमले की कमी के चलते वायरस की रोकथाम में सुस्ती भी दिख रही है। इलाज नहीं मिलने ग्रामीण अंधविश्वास की राह पकड़ रहे हैं। बशु चिकित्सा विभाग को इस दिशा में त्वरित कदम उठाने की जरुरत है अन्यथा अंधविश्वास के चलते और कई पशुओं की जान जा सकती है।
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