मुंबई. सोने-चांदी की कीमतों में फिलहाल स्थिरता रहने की उम्मीद है. मार्केट सेंटीमेंट इस तरह के संकेत नहीं दे रहे हैं कि इन कीमती धातुओं में कोई बड़ा परिवर्तन आगे होगा. न तो ज्वैलर्स, न तो इंडस्ट्री और न ही रिटेलर्स की तरफ से इन धातुओं के लिए कोई डिमांड है.

फिलहाल सोना 29,500 के स्तर पर चल रहा है. एमसीएक्स गोल्ड फ्यूचर संकेतों की माने तो आने वाले वक्त में इस कीमती धातु में गिरावट ही दर्ज की जाएगी. आगले एक महीने के संकेतांकों की तरफ नजर डालें तो अगले एक माह में ये कीमती धातु 29000 के स्तर पर ही रहेगी.

वहीं दूसरी तरफ चांदी की कीमतों पर गौर करें तो ये धातु 38,500 प्रति किलो के स्तर पर चल रही है. यूरोप और अमेरिका में चल रही उठापठक के दौर में इन धातुओं में तेजी की उम्मीद नहीं नजर आ रही है. चांदी के भी 38000 के स्तर के आसपास रहने की उम्मीद अगले एक-दो महीने तक है.

गौरतलब है कि सेंसेक्स और निफ्टी इन दिनों जहां रोज नई ऊचाइयां छू रहे हैं वहीं मार्केट में डिमांड न होने के कारण सोने और चांदी की कीमतों में कोई सकारात्मक परिवर्तन नहीं हो रहा है. चांदी जहां एमसीएक्स में लाल निशान पर चल रही है वहीं सोना भी 29000 प्रति दस ग्राम के स्तर के आसपास चल रहा है. बाजार के विशेषज्ञों के मुताबिक जब तक डालर में मजबूती नहीं आएगी तब तक सोने के भाव में उछाल की उम्मीद नहीं की जा सकती. वैसे चार माह के सबसे निचले स्तर को छूने के बाद डालर अब धीरे धीरे मजबूती की ओर दिख रहा है. ऐसा माना जा रहा था कि अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच किसी भी समय युद्ध छिड़ सकता है लेकिन अब अमेरिका और उत्तर कोरिया दोनों के द्वारा शांति वार्ता की तरफ कदम बढ़ाने के संकेतों के चलते बाजार से डर का सेंटीमेंट गायब हो रहा है. डालर धीरे-धीरे ही सही लेकिन मजबूती के साथ रुपये के मुकाबले मजबूती दर्ज कर रहा है.

फिलहाल यूएस कमोडिटी मार्केट में सोने का भाव 1312 यूएस डालर प्रति औंस के आसपास चल रहा है. जानकारों के मुताबिक सोना 1300 प्रति औंस के स्तर तक पहुंच सकता है. इसका रेजिस्सटेंट लेवल भी 1300 के आसपास ही ट्रेडर सेट कर रहे हैं. वहीं चांदी का भाव 16.88 यूएस डालर प्रति औंस के आसपास चल रहा है. दोनों कीमती धातुएं कमोडिटी मार्केट में बेहद प्रेशर में हैं. आगे आने वाले वक्त में दोनों धातुओं में किसी किस्म की तेजी आने की उम्मीद नहीं है. इसलिए अभी इंतजार करें और सोने-चांदी की कीमतों पर नजर रखें. अगर इस स्तर से नीचे सोने की कीमतें जाती हैं तो 28000 प्रति दस ग्राम का स्तर ये छू सकती हैं वहीं चांदी अगर इस स्तर से नीचे जाती है तो 37000 के स्तर तक पहुंच सकती है. इन दोनों धातुओं में सुस्त ग्लोबल संकेतों के चलते अगले 3-4 माह तक किसी किस्म की तेजी की उम्मीद नहीं है.