नई दिल्ली. कोविड-19 पर मंत्रियों के समूह ने 15 मई तक सभी शैक्षणिक संस्थाओं को बंद रखने और लोगों की सहभागिता वाली सभी धार्मिक गतिविधियों पर रोक लगाने की सिफारिश की है, चाहे सरकार 21 दिनों के लॉकडाउन को आगे बढ़ाए या नहीं.

  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाले इस बैठक में ने यह तय किया कि धार्मिक केंद्रों, शापिंग मॉल और शौक्षणिक संस्थानों को 14 अप्रैल के बाद कम से कम चार सप्ताह तक सामान्य गतिविधि शुरू करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. 14 अप्रैल वर्तमान लॉकडाउन की अंतिम तारीख है. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आदि शामिल हुए.

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सूत्रों ने बताया कि इसमें चिकित्सा प्रयोगशालाओं में कोरोना वायरस की जांच सुविधाओं को और बढ़ाने के बारे में भी चर्चा की गई. इससे पहले, सूत्रों ने बताया कि कुछ राज्य सरकारों और विशेषज्ञों द्वारा कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल के बाद बढ़ाए जाने के लिए दिए गए सुझाव पर केंद्र सरकार विचार कर रही है. हालांकि सूत्रों ने यह नहीं बताया कि इस बारे में अंतिम फैसला हुआ है या नहीं.

इसके अलावा आने वाले दिनों में रोजाना एक लाख टेस्ट कराने की तैयारी है.  बुधवार से देशभर के हॉटस्पॉट पर रैपिड एंटी बॉडी टेस्ट शुरू होंगे. इसके लिए 7 लाख टेस्टिंग किट पहुंच चुकी हैं. सरकार का मानना है कि रैपिड टेस्ट के बाद ही साफ हो पाएगा कि संक्रमण सामुदायिक स्तर पर फैल चुका है या नहीं.