राकेश चतुर्वेदी,भोपाल। मध्यप्रदेश की बीजेपी सरकार चुनावी साल में किसानों को राहत देने की तैयारी में है। किसानों को कर्ज चुकाने के लिए 2 गुना समय देने की तैयारी की जा रही है। सरकार फसल चक्र की समय सीमा बढ़ाने की तैयारी कर रही है। इसी कड़ी में गेहूं, चना, धान आदि फसल का क्रॉप सीजन 12 महीने का होगा। लंबी अवधि में पकने वाली गन्ने और केले की फसल की समय सीमा 18 महीने होगी।
बता दें कि प्रदेश में अल्पावधि फसलों के लिए अभी फसल चक्र 4 से 6 महीने का है। लंबी अवधि की फसलों के लिए 8 से 9 माह का फसल चक्र है। बैंक अल्पावधि फसलों का कर्ज चुकाने के लिए दो फसल चक्र की समय सीमा देती है, जबकि लंबी अवधि की फसलों के लिए एक फसल चक्र की मोहलत देती है। समय सीमा बढ़ने से डिफाल्टर किसानों की संख्या घटेगी। मध्यप्रदेश में एक करोड़ से अधिक किसान है, इनमें से करीब 30 हजार किसान डिफॉल्टर हैं।
सदन में किसान कर्जमाफी को लेकर हंगामे के बाद पीसीसी चीफ एवं पूर्व सीएम कमलनाथ ने फिर किसान कर्ज़ माफी का वादा दोहराया है। कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा- कहा वचन देता हूं कि हम किसान कर्ज माफी के काम को पूरा करेंगे
और सुखी अन्नदाता का लक्ष्य हासिल करेंगे। मैंने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद 2 घंटे में कर्ज माफी का निर्णय लेकर 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया था। मैं वचन देता हूं कि हम अपने किसान कर्ज माफी के ऐलान को पूरा जरूर करेंगे।
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