Google ने यूजर्स की सेफ्टी के लिए तत्काल एक्शन लेते हुए प्ले स्टोर से 10 लाख ऐप्स को डिलीट कर दिया है. कंपनी का मानना है कि ये ऐप्स पॉलिसी का उल्लंघन कर रहे थे. इस बात की जानकारी कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट के जरिए दी है. इसके साथ ही डेवलपर्स भी गूगल की पॉलिसी को अच्छे से फॉलो नहीं कर रहे हैं. जिसके मध्येनजर 2 लाख से ज्यादा डेवलपर्स को बैन किया है.

कंपनी ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि, ‘हमने ऐप्स के रिव्यू तरीकों को इंप्रूव किया है, जो मैनुअल और ऑटोमैटिक दोनों में देखा जा सकता है. कंपनी ने 2021 में पॉलिसी का उल्लंघन करने वाले एक मिलियन यानी 10 लाख से ज्यादा ऐप्स को ब्लॉक किया है. हमने 1,90,000 ऐप डेवलपर्स को भी अपने प्लेटफॉर्म से ब्लॉक किया है.’

काफी समय से Google यूजर्स की डेटा privacy को लेकर काफी प्रोटेक्टेड है. इसके चलते एंड्रॉइड डिवाइस के लिए आने वाले Operating System में हमें कई तरह के सिक्योरिटी अपडेट्स देखने को मिले हैं. Google के अपकमिंग Android 13 ऑपरेटिंग सिस्टम में भी हमें कई तरह के नए प्राइवेसी अपडेट देखने को मिलेंगे.

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Google ने आगे कहा, हमने गूगल के प्लेटफॉर्म पॉलिसी में जो बदलाव किए हैं, उसकी वजह से Android 11 और उससे ऊपर के ऑपरेटिंग सिस्टम में 98% ऐप में यूजर डेटा और API दोनों माइग्रेट हो सके हैं.’ इसके अलावा कंपनी ने उन कंपनियों के एडवर्टाइजिंग आईडी भी ब्लॉक किए हैं, जो ऐप के डेटा कलेक्ट कर रहे थे. Google का यह कदम एंड्रॉइड यूजर्स के लिए राहत लेकर आया है.

Google की सलाह Chrome हमेशा अपडेट रखे

गूगल Chrome में 30 सिक्योरिटी बग्स पाए गए हैं. जिसके लिए गूगल ने अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि, ‘हम अपने सभी सिक्टोरिटी रिसर्चर्स का धन्यवाद करते हैं, क्योंकि वो सिक्योरिटी बग्स से सभी को बचाने को लिए डेवलपमेंट साइकिल के दौरान लगातार काम करते हैं.’इस महीने की शुरुआत में गूगल के कुछ एक्सपर्ट्स को पता चला था कि पिछले साल हैकर्स ने सबसे ज्यादा Security Bugs का गलत इस्तेमाल किया था.

2021 में टोटल 58 ऐसे मामले आए थे, जो कि 2015 के रिकॉर्ड का डबल था. ऐसे में यूजर्स को हमेशा अपना क्रोम अपडेट करते रहना चाहिए.