राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मनोरंजन और सोशल दायित्व निभाने का अभिन्न हिस्सा बन चुकी फेसबुक-टवीटर जैसी सोशल साइटस पर सरकारी कामकाज का अहम हिस्सा बन गई है. मध्य प्रदेश के कलेक्टर-कमिश्नर्स भी सरकारी कामकाज मे इन साइट्स का जमकर उपयोग कर रहे हैं. सरकार ने सोशल मीडिया एनालिटिक्स रिपोर्ट तैयार करवाई तो इसमें इंदौर और जबलपुर के अफसर बाजी मार गए.
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मध्य प्रदेश में कलेक्टर और कमिश्नर्स अब फेसबुक और ट्विटर सोशल साइट्स के जरिए प्रदेश के करोड़ों लोगों तक सरकारी योजनाओं को कार्यक्रमों को पहुंचा रहे हैं. अगस्त माह की सोशल मीडिया एनालिटिक्स रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है. अगस्त माह में सोशल साइटस के जरिए काम-काज करने में इंदौर और जबलपुर जिले ने बाजी मारी है.
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वहीं डिंडोरी और श्योपुर जैसे छोटे जिलों के कलेक्टर्स टाॅप फाइव में जगह बनाने में सफल रहे हैं. अगस्त महीने में इन जिलों के कलेक्टर और कमिश्नर ने जमकर पोस्ट तो की ही हैं, ट्विटर पर इंप्रेशन और फेसबुक पर रीच जमकर मिली है.
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जानिए किस जिले के कलेक्टर-कमिश्नर्स ने मारी बाजी
अगस्त माह की रिपोर्ट
फेसबुक कमिश्नर्स-
जबलपुर- पोस्ट 502, रीच 2,66453
ग्वालियर- पोस्ट 502, रीच 2,32965
ट्विटर कमिश्नर्स-
जबलपुर- 522 पोस्ट काउंट, इंप्रेशन- 88,100
उज्जैन – 185 पोस्ट काउंट, इंप्रेशन- 69,700
फेसबुक कलेक्टर्स-
जबलपुर- पोस्ट 502, रीच 56,49794
ग्वालियर- पोस्ट 415, रीच 19,44763
ट्विटर कलेक्टर्स-
जबलपुर- पोस्ट 287, इंप्रेशन- 3,17000
उज्जैन- पोस्ट 181, इंप्रेशन- 2,93000
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