राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सांडों की नसबंदी पर सियासी बवाल मचने के बाद सरकार बैकफुट पर आ गई है. मामले में विवाद बढ़ता देख पशुपालन विभाग ने आदेश निरस्त कर दिया है.

दरअसल, भोपाल कलेक्टर ने 29 सितंबर 2021 को सांडों की नसबंदी को लेकर आदेश जारी किए थे. इसमें संबंधित अधिकारियों को 4 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक नसंबदी अभियान चलाने के लिए कहा गया था. इस आदेश के बाद प्रदेश में सियासी बवाल मच गया, जिसके चलते अब विभाग को आदेश निरस्त करना पड़ा.

बता दें कि साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सांडों की नसबंदी को प्रक्रति के साथ खिलवाड़ बताया था. उन्होंने कहा कि यदि देसी सांडों की नसबंदी की गई तो नस्ल ही खत्म हो जाएगी. उन्होंने इस आदेश पर फौरन रोक लगाने की मांग की थी.

विभाग द्वारा फैसला वापस लेने के बाद कांग्रेस ने सरकार को आड़े हाथों लिया है. कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट करते हुए कहा कि ”यह हो क्या रहा है, सरकार चल रही है या सर्कस? रोज़ सुबह अजीबोग़रीब आदेश निकलते है और शाम होते तक निरस्त. पहले मदिरा की खपत बढ़ाने का आदेश निकला,कांग्रेस के विरोध के बाद निरस्त. और अब सांडों के बधियाकरण का आदेश भी कांग्रेस के विरोध के बाद निरस्त. ब्यूरोक्रेसी इसीलिये निशाने पर है.