रायपुर। कांग्रेस ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वैट कम न करने के निर्णय ने फिर से यह बताया है कि रमन सरकार को जनता के हितों से कोई मतलब नहीं है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के चेयरमैन ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि  सरकार को जनता की जेब से ज्यादा अपनी कमाई की चिंता है इसलिए अपने ही दल की केंद्र सरकार और केंद्रीय संगठन कि बात को दरकिनार कर वैट कम करने के निर्णय पर अड़ी हुई है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के वाणिज्यिक कर मंत्री का कहना है कि छत्तीसगढ़ में वैट पहले से कम है इसलिए यहां पेट्रोल-डीजल पर वैट कम नहीं होगा। वे शायद भूल गए कि भाजपा शासित राज्यों अरुणाचल प्रदेश में 20 फीसदी, गोवा में 17, हरियाणा में 26.25 फीसदी वैट ही पेट्रोल-डीजल में लग रहा है, जबकि छत्तीसगढ़ में यह 28.93 फीसद है। ऐसे में उनका यह कहना कि छत्तीसगढ़ में कम ही है, गलत है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि एक तरफ महाराष्ट्र, गुजरात और हिमाचल की सरकारें पेट्रोल-डीजल पर से अपने हिस्से के वैट में कटौती कर वहां की जनता को राहत दे रही हैं तो दूसरी तरफ रमन सरकार सिर्फ अपनी कमाई के चलते यहां की जनता को राहत नहीं दे रही है। यह रमन सरकार की पुरानी आदत है कि उसे जनता से कोई मतलब नहीं होता। राज्य के किसान सालों से किए हुए वादे के तहत धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने और बोनस दिए जाने की मांग कर रही थी लेकिन सरकार ने नहीं दिया और अब अगले साल होने वाले चुनाव को देखकर अब मुख्यमंत्री एक साल का बोनस बांटते घूम रहे हैं।