बांदा. उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में शिक्षा विभाग के कर्मचारियों का एक शर्मनाक कारनाम उजागर हुआ है. यहां बच्चों के पढ़ने वाली किताबें स्कूल की बजाय कबाड़ी की दुकान में जा पहुंची. किताबों की बाजार में कीमत लाखों में पर कुछ हज़ारों के लिए बच्चों का भविष्य बेच दिया.

पूरा मामला जिले के बबेरू कोतवाली के हरदौली गांव का है. जहां पुलिस को पेट्रोलपंप के पास कबाड़ की दुकान में प्राथमिक स्कूल की सरकारी किताबें रखी होने की सूचना मिली. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और 10 क्विंटल के आसपास किताबें बरामद कर लीं और थाने लेकर पहुंची.

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स्थानीय लोगों ने शिक्षा विभाग के अफसरों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है. BSA का कहना है जांच कराई जा रही है. पुलिस ने गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस ने कबाड़ी को हिरासत में लेकर पूछताछ की. जिसमें जानकारी मिली कि संकुल प्रभारी विवेक यादव के द्वारा यह किताब बेची गई हैं. हालांकि संकुल प्रभारी मौके से फरार है.

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साथ ही स्थानीय खंड शिक्षा अधिकारी की मिलीभगत की भी बात सामने आई. फिलहाल पुलिस ने मामले में 403, 409, 411, 413 IPC के तहत केस दर्ज कर लिया है. मामले की जांच की जा रही है.

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