सत्यपाल राजपूत, रायपुर. गरियाबंद के सुपेबेड़ा में किडनी बीमारी से हो रही मौत के मामले में राज्यापाल अनुसुईया उईक ने शनिवार को फिर बयान दिया है. राज्यपाल ने कहा कि अगर उन्होंने (मुख्यमंत्री) मदद के लिए कहा है तो केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखूंगी. इस प्रदेश का राज्यपाल होने के नाते मेरी भी जिम्मेदारी है. हालांकि आगे उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल प्रदेश के मुखिया होने के नाते इस समस्या के समाधान के लिए भरसक कोशिश कर रहे हैं. वहां बहुत बड़ा स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है.

राज्यपाल ने कहा कि मैं समझती हूं कि अगर भारत सरकार की आवश्यकता है वहां पर तो निश्चित रूप से मैं उनको अवगत कराउंगी कि जिम्मेदारी भारत सरकार की भी है. अगर कोई समस्या राज्य सरकार से नहीं सुलझ सकती तो केंद्र सरकार को चाहिए कि वो भी आकर देखें. निश्चित रूप से मैं उनको भी चिट्ठी लिखूंगी.

बता दें कि राज्यपाल ने शुक्रवार को कहा था कि सुपेबेड़ा की स्थिति बेहद खराब है, सरकार को इस दिशा में जल्द पहल करने की जरुरत है. उन्होंने मामले में हो रहे हील हवाला पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “मैं 22 अक्टूबर को सुपेबेड़ा जाऊंगी, हेलीकॉप्टर मिला तो ठीक नहीं तो बाय रोड जाऊंगी.”

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राज्यपाल के इस बयान का पलटवार करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि उनके बयान से हतप्रभ हूं. हम सभी की चिंता सुपेबेड़ा को लेकर है. राज्यपाल वहां जाना चाहती हैं तो उनका स्वागत है. चित्रकोट रवाना होने से पहले मीडिया से चर्चा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 2 अक्टूबर को विधानसभा सत्र के दौरान जैसे ही हमें जानकारी मिली कि वहां एक और मौत हुई है. हमारे स्वास्थ्य मंत्री वहां गए. सरकार कारण को जानना चाहती कि किस वजह से वहां पर लोग किडनी की समस्या से ग्रसित हो रहे हैं. वहां पर्याप्त कार्रवाई की जा रही है. ऐसी उम्मीद है.कि वहां से आने के बाद वे भारत सरकार को स्थिति से अवगत कराएंगी.

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