कमल वर्मा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में म्यूचुअल फंड अकाउंट के जरिए लाखों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जहां आरोपियों ने फरियादी के म्यूचुअल फंड अकाउंट से छेड़छाड़ कर 50 लाख की ठगी करने की कोशिश की थी। जिसका पता लगते ही पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए घटना होने से पहले ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई में जुट गई हैं।
दरअसल, ग्वालियर के बहोड़ापुर क्षेत्र निवासी फरियादी डॉ. दिनेश कुमार मजूमदार ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर SSP धर्मवीर सिंह से शिकायत की थी। जिसमें बताया था कि उनके म्यूचुअल फंड अकाउंट में किसी अज्ञात व्यक्ति ने मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी बदल कर 50 लाख के म्युचुअल फंड ट्रांसफर कर धोखाधड़ी की है। तभी SSP धर्मवीर सिंह ने तत्काल साइबर क्राइम ब्रांच पुलिस को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
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जांच में हुआ ये खुलासा
जांच में पता चला कि डॉ. मजूमदार के आईसीआईसीआई व अन्य बैंकों में म्यूचुअल फंड हैं और इन फंड का सीधा ट्रांजेक्शन किसी केम्स कंपनी कर रही है। साइबर पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए फरियादी के 50 लाख के म्यूचुअल फंड पर डेबिट फ्रीज लगाकर पेमेंट गतिविधि को रोक दिया। इसके बाद टेकनिकल जानकारी के जरिए जो फर्जी नंबर म्यूचुअल फंड अकाउंट में रजिस्टर्ड किया गया था उस सिम के संचालक निकेश रावत निवासी विनय नगर बहोड़ापुर को गिरफ्तार कर लिया गया।
कर्मचारी ही निकले मास्टरमाइंड
पूछताछ के दौरान पता चला कि इस मामले का मास्टरमाइंड ICICI म्यूचुअल फंड सिटी सेंटर ऑफिस के दो कर्मचारी मयंक राजपूत और सचित त्रिपाठी हैं, जो कि पहले से ही फरियादी मजूमदार के म्यूचुअल फंड अकाउंट को देखते है। जब पुलिस ने उनको राउंडअप किया तो आरोपी मयंक और सचित त्रिपाठी ने खुलासा कर बताया कि फरियादी ने कुछ दिन पहले कुछ नए इन्वेस्टमेंट करने के लिए मयंक राजपूत को बुलाया था। उसी समय मयंक राजपूत ने इन्वेस्टमेंट के पेपरों के बीच डिटेल्स अपडेशन फार्म छिपकर हस्ताक्षर करा लिए थे। जबकि इस बारे में फरियादी को कुछ भी नहीं पता था।
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ऐसा बिछाया था जाल
आरोपी मयंक ने साथी अनिकेस और सचित त्रिपाठी के साथ मिलकर फर्जी एप्लिकेशन डॉ मजूमदार के नाम से बनाकर मोबाइल नंबर व ईमेल आईडी को म्यूचुअल फंड अकाउंट में बदल दिया। फर्जी दस्तावेजों से खरीदी गई सिम को रजिस्टर्ड करने के बाद में बैंकिंग डिटेल चेंज कर करोड़ों रुपए म्यूचुअल फंड को आरोपियों ने अन्य खातों में ट्रांसफर करने का प्रयास किया। लेकिन पेमेंट ट्रांसफर होने से पहले ही साइबर टीम ने अकाउंट पर होल्ड लगाकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से अन्य व्यक्ति के नाम से खरीदी गई सिम, मोबाइल समेत अन्य दस्तावेज भी जब्त कर लिए हैं। फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
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