कमल वर्मा, ग्वालियर। व्यापार मेला 25 दिसंबर से शुरू हो जाएगा लेकिन दुकानों के आवंटन में कथित गड़बड़ियों को लेकर बनी विवाद की स्थिति अब तक सुलझ नहीं पाई है। इस हालात में मेला व्यापारी संघ आरपार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं मेले के दुकानदार और व्यापारी चाहते हैं कि पिछले साल तक जिन लोगों को दुकानें आवंटित की गई थी उनको ही दुकान दी जाएं।

दुकानों को नीलाम करने का फैसला

दरअसल ग्वालियर मेला प्राधिकरण ने आरक्षण की व्यवस्था खत्म कर दुकानों को नीलाम करने का फैसला लिया है, जिसके चलते व्यापारी और दुकानदार नाराज हैं। मेला व्यापारी संघ का कहना है कि मेला प्रशासन का ध्यान मेले के विकास और सुधार की तरफ ना होकर पैसा कमाना के ऊपर हैं और यही वजह है कि वह दुकानों को ऊंची बोली लगाकर नीलाम करना चाहता है।

शहर को स्वच्छ बनाने गरजा नगर निगम का बुलडोजरः तस्वीर साफ होने के साथ यातायात होगी व्यवस्थित,

प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना विरोध दर्ज कराया

इतना ही नहीं मेला प्राधिकरण ने ऑनलाइन आवंटन की प्रक्रिया शुरू की है लेकिन प्राधिकरण का पोर्टल ठीक से काम नहीं कर रहा है। जिसकी वजह से ऑनलाइन दुकान देने वाले व्यापारी दुकान नहीं ले पा रहे हैं। ऑनलाइन आवंटन के लिए 6 नवंबर की अंतिम तारीख घोषित कर दी गई है। व्यापारी चाहते हैं कि इसे बढ़ाकर 10 दिसंबर तक किया जाए। ग्वालियर व्यापार मेला व्यापारी संघ ने रविवार को मेला परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना विरोध दर्ज कराया।

सतपुड़ा टाइगर रिजर्वः जंगल सफारी में टाइगर ने रोका सैलानी का रास्ता, रोमांचित हुई पर्यटक, वीडियो वायरल

3 नवंबर से व्यापारी अनिश्चितकालीन धरना देंगे

मेला व्यापारी संघ के संरक्षक महेश मुदगल ने कहा कि 3 नवंबर से व्यापारी अनिश्चितकालीन धरना देंगे। उन्होंने कहा अगर मेला प्राधिकरण अपनी हठ धर्मी से बाज नहीं आया तो मेले के दुकानदार आत्मदाह करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा मेला प्राधिकरण मेले से पैसा कमाना चाहता है जबकि मेले के शुरू होने से पहले यही मंशा रही है कि जनता और दुकानदारों का भला ना हो सके।

Breaking: बालाघाट में महिला नक्सली ने किया सरेंडर, बीजापुर की रहने वाली नक्सली पर था लाखों का इनाम

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H