शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश के कई जिलों में बीती रात हुई ओलावृष्टि और बारिश ने किसानों की आर्थिक कमर तोड़ कर रख दी है। बारिश से दलहनी फसल बर्बाद हो गई है। किसानों को पिछली ओलावृष्टि का मुआवजा आज तक नहीं मिला है। अब फिर से बारिश और ओलावृष्टि से उनके सामने मुसीबतों का पहाड़ टूट गया है। एमपी के पूर्व सीएम एवं कांग्रेस नेता कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार से पीडि़त किसानों को तत्काल आर्थिक सहायता देने की मांग की है।

उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में ओलवृष्टि होने की जानकारी मिली है। एक माह बीत जाने के बाद भी किसानों को पिछली ओलावृष्टि का अभी तक कोई मुआवजा व राहत नहीं मिली है। ऐसे में इस ओलवृष्टि ने उनके संकट को और बढ़ा दिया है। कांग्रेस नेता कमलनाथ ने सरकार से मांग की है कि किसानों के इस संकट को समझते हुए उन्हें तत्काल राहत व मुआवजा प्रदान करें।

भिंड में शिमला जैसी बर्फबारी

एनके भटेले,भिंड। जिले में देर शाम तेज आंधी और बारिश के साथ आफत के ओले गिरे। जिले के लहार इलाके में सडकों पर ओले गिरने से शिमला जैसी बर्फबारी का नजारा दिखा। एडीएम प्रवीण फुल पगारे के अनुसार जिले में 31 गांव प्रभावित हुए हैं जिनमें लहार इलाके के 24 गांव और मेहगांव विधानसभा के सात गांव प्रारंभिक जानकारी के आधार पर अधिक प्रभावित हुए हैं। हालांकि सुबह सर्वे कार्य कराए जाने के बाद प्रभावित गांव की संख्या और भी बढ़ सकती है। जहां किसानों की गेहूं, सरसों, चना, मसूर आदि फसलों को 100 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। देर शाम शुरू हुई ओलों की बारिश देर रात तक चलती रही। हालांकि अंधेरा होने के चलते प्रशासनिक अधिकारी किसी गांव तो नहीं पहुंच सके हैं। सुबह होते ही नुकसान के आकलन के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को इलाके में भेज कर नुकसान का आकलन कराया जा रहा है।

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