अमृतसर. पूर्व केंद्रीय मंत्री और बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल आज सच्चखंड हरमंदिर साहिब पहुंचीं और माथा टेका। इस दौरान उन्होंने कीर्तन सुना, सरबत के भले के लिए अरदास की और अकाल तख्त साहिब से सटे गुरुद्वारा गुरबख्श सिंह में रखे अखंड पाठ के भोग समागम में हिस्सा लिया। उनके साथ मुख्य सचिव कुलवंत सिंह मन्नन, शिरोमणि कमेटी सदस्य बीबी हरजीत कौर और मैनेजर जसपाल सिंह ढड्डे भी मौजूद थे।

मीडिया से बातचीत में हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि सच्चाई की हमेशा जीत होती है, झूठ के पांव नहीं होते। उन्होंने बिक्रम सिंह मजीठिया के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि सच्चाई अंत में जीतती है और बिक्रम जल्द ही बाहर आएंगे।

तरन तारन चुनावों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने फ्री एंड फेयर चुनावों का आदेश देकर स्पष्ट कर दिया है कि जबरदस्ती नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी सरकार को खुश करने के लिए गलत काम कर रहे हैं, उनके लिए सस्पेंशन एक चेतावनी है कि लोकतंत्र में फैसला लोगों का ही होता है।

धार्मिक मामलों पर बात करते हुए हरसिमरत कौर ने कहा कि गोलकों पर टिप्पणियां और शराब के नशे में धार्मिक स्थानों पर जाना बहुत बुरा संकेत है। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने अलग धार्मिक कार्यक्रम करने की बजाय शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के साथ मिलकर गुरु तेग बहादुर साहिब की शताब्दी जैसे समागम मनाने चाहिए। उनके अनुसार, यह गुरु साहिबानों की कुर्बानी मानवता और धार्मिक आजादी की नींव है, जिसकी शान के साथ पूरी सिख कौम को मिलकर प्रचार करना चाहिए।