रायपुर. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मंगलवार को मंत्रालय में छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन (सीजीएमएससी) की बैठक लेकर सभी शासकीय अस्पतालों में दवाईयों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने दवा खरीदी की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने इसके लिए आपूर्तिकर्ता कंपनियों से जल्द से जल्द दर अनुबंध (Rate Contract) करने कहा. उन्होंने दवा निर्माता कंपनियों और आपूर्तिकर्ताओं को छत्तीसगढ़ आमंत्रित कर यहां की जरूरतों से अवगत कराने, टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने तथा उनके साथ बेहतर समन्वय के लिए चर्चा करने कहा.

स्वास्थ्य मंत्री ने मंत्रालय में दिनभर चली बैठक में सीजीएमएससी द्वारा दवा खरीदी में तेजी लाने वर्तमान प्रक्रिया की कमियों और खामियों को दूर करने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया. उन्होंने अति आवश्यक दवाईयों की सूची में शामिल 259 दवाईयों को अस्पतालों से इंडेन्ट (मांग-पत्र) का इंतजार न कर आवश्यकतानुसार खरीदी के निर्देश दिए. उन्होंने स्वास्थ्य सेवाएं संचालनालय, चिकित्सा शिक्षा संचालनालय, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और आयुष संचालनालय को दवा खरीदी के लिए सीजीएमएससी को जल्द से जल्द राशि उपलब्ध कराने कहा.

सिंहदेव ने सीजीएमएससी को पर्याप्त मात्रा में दवाईयों की खरीदी, भंडारण और अस्पतालों तक परिवहन के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जिलों में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को दवा खरीदने की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए. इसकी पूरी आपूर्ति सीजीएमएससी के माध्यम से हो. उन्होंने कहा कि व्यवस्था ऐसी हो कि दवाईयों के लिए आबंटित बजट का पूर्ण सदुपयोग हो और इस मद में एक भी रूपया लैप्स न हो. स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक में चालू वित्तीय वर्ष सहित पिछले तीन वर्षों में दवाईयों के लिए आबंटित बजट और खरीदी की भी जानकारी ली.

बैठक में स्वास्थ्य विभाग की सचिव निहारिका बारिक सिंह, विशेष सचिव सीआर प्रसन्ना, आयुक्त एवं सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक भुवनेश यादव, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं नीरज बंसोड़ तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला सहित स्वास्थ्य विभाग और सीजीएमएससी के अधिकारी मौजूद थे.