शिवम मिश्रा, रायपुर। छत्तीसगढ़ शिक्षक फेडरेशन संघ (Chhattisgarh Teachers Federation Association) और क्रांतिकारी कोरोना योद्धाओं (corona warriors) का संयुक्त प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारी धरना स्थल से मुख्यमंत्री निवास (Chief Minister residence) की ओर कूच करने निकले थे, लेकिन प्रदर्शनकारियों को बैरिकेडिंग (barricading protesters) कर पुलिस ने रोक दिया.

प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इतना ही नहीं स्वास्थ्य कर्मचारियों (health workers) ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Health Minister TS Singhdeo) के नाम खून से पत्र (wrote letter with blood) लिखा है. वहीं शिक्षक संघ (teachers union) के लोगों ने कहा कि शिक्षक दिवस के दिन हमारा प्रदर्शन छत्तीसगढ़ के लिए दुर्भाग्य है.

छत्तीसगढ़ शिक्षक फेडरेशन संघ ने कहा कि आज शिक्षक दिवस के दिन हमें अपनी जायज मांगों को लेकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है. छत्तीसगढ़ सरकार के लिए ये दुर्भाग्य की बात है. हम पिछले कई सालों से अपनी वेतन विसंगति की मांग को लेकर लड़ाई लड़ रहें है.

पूर्वर्ती रमन सरकार ने भी हमारी मांग नहीं सुनी, मुख्यमंत्री ने हमसे वादा किया था. हमारी सरकार आते ही मांगों को सुनकर पूरा किया जाएगा, लेकिन फिर ये सरकार की पिछले सरकार की तरह रवैये में आ गई है. हम केवल अपने अधिकार की मांग कर रहें है. हम शिक्षको का वेतन विसंगति जल्द करनी चाहिए.

छत्तीसगढ़ क्रांतिकारी कोरोना योद्धा संघ के लोगों ने कहा कि पिछले 14 दिनों से प्रदर्शन कर रहे है, लेकिन सरकार की तरफ से कोई सुनने वाला नहीं है. हम सिर्फ अपने सेवा कार्य के बदले कोई वैकल्पिक व्यवस्था चाहते हैं. सरकार हमारी मांग नहीं सुन पा रही है.

इसीलिए आज अपने प्रदर्शन के 14वें दिन हम खून से मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के नाम पत्र लिखें हैं. इस खून से हम सरकार को संदेश देते हैं कि अब हमारे पास कुछ नहीं रह गया है. अगर सरकार नहीं समझती तो खून के बाद जान भी देनी पड़ेगी.

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