सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। माध्यमिक शिक्षा मंडल का परिणाम घोषित होने से पहले छात्र-छात्राओं के लिए शुरू गई हेल्पलाइन डेस्क की जागरुकता मुहिम ने रंग लाई. परिणाम घोषित होने के बाद किसी भी बच्चे ने आत्मघाती कदम नहीं उठाया है.

परिणाम से हताश बच्चों को आत्मघाती कदम उठाने से हतोत्साहित करने के साथ भविष्य को लेकर सलाह देने में हेल्पलाइन डेस्क कारगर साबित हुआ. विद्यार्थियों के साथ उनके पालक भी हेल्प डेस्क में फोन कर रहे हैं. रोज 30-40 कॉल आ रहे हैं. वहीं ज़्यादातर विद्यार्थी पूरक परीक्षा न लेकर जनरल प्रमोशन देने की मांग कर रहे हैं.

माध्यमिक शिक्षा मंडल की पहल

हेल्पलाइन डेस्क में मनोवैज्ञानिक डॉ वर्षा वरवंडकर, अर्चना वर्मा, प्रीति दवे, अलका दानी कई सालों से लगातार परीक्षा से पहले और परीक्षा के बाद छात्र-छात्राओं और उनके परिजनों जागरूक करने आगे की राह दिखाने का काम कर रहे हैं.

परिजन भी पूछ रहे समाधान

मनोवैज्ञानिक डॉ. वर्षा वरवंडकर ने बताया कि यहां छात्र-छात्राओं के साथ उनके परीजन भी फोन कर अपने समस्या का समाधान ले रहें हैं. कई तरह के सवाल पूछे जाते हैं, अभी तो ज्यादातर छात्र- छात्रा यही कह रहें है कि पूरक परीक्षा नहीं लिया जाए, उसमें भी प्रमोशन दिया जाए, तो कई अपने अंकों लेकर खुश नहीं हैं, तो कई आगे क्या करना चाहिए. इसका सलाह ले रहे हैं.

मंडल का उद्देश्य सार्थक हुआ

प्रो. अलका दानी ने बताया कि जिस उदेश्य से हेल्पलाइन डेस्क प्रारंभ माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा किया गया है, वो उदेश्य सार्थक हो रहा है, इस साल प्रदेश से परिणाम को लेकर छात्र-छात्रा द्वारा गलत कदम उठाने की सूचना नहीं है, ये अच्छी बात है, लोगों को घर बैठे अपनी समस्याओं का समाधान मिल रहा है, बच्चे आगे की परीक्षा को लेकर ज्यादा पूछ रहे हैं, ऐसे में आगे होने वाली परीक्षा की जानकारी दी जा रही है.

हालांकि, कोरोना के कारण कई डेट बदल गए हैं. अगर आप अपने परीक्षा परिणाम से संतुष्ट नहीं हैं, या किसी भीतर के पढ़ाई अपने परिणाम को लेकर समस्या है तो टोल फ्री नंबर 18002333463 पर फोन कर समस्या का समाधान ले सकते हैं.