सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. छत्तीसगढ़ में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए आदिम जाति विभाग एवं यूनिसेफ के सहयोग से काउंसलिंग सुविधा देने के लिए हेल्पलाइन नम्बर – 9343007820 लांच की गई है. इसका इस्तेमाल अधीक्षक, शिक्षक, अभिभावक एवं बच्चे कर सकते हैं. साथ एक्सपर्ट काउंसलर्स से सहायता प्राप्त कर सकते हैं.

दरअसल, देश में संचालित समस्त एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में से छत्तीसगढ़ एकमात्र राज्य है, जहां के एकलव्य विद्यालय के बच्चों की समस्याओं के निदान के लिए हेल्प लाइन नम्बर जारी किया गया है. यह नम्बर पहले कुछ जिलों में प्रायोगिक रूप से प्रारंभ किया गया था. इसकी सफलता को देखते हुए अब इसे राज्य स्तर पर जारी किया जा रहा है. इसके माध्यम से बच्चों में ऐसे लक्षण जैसे उदास व बेहद शांत रहना, ज्यादातर समय अकेले बिताना, अत्यधिक डर लगना या घबराहट होना बेहद गुस्सा आना था, लड़ाई झगड़ा करना, लगातार स्कूल न जाना, किसी प्रकार का नशा करना, स्वयं को चोट या हानि पहुंचाना आदि लक्षण दिखने पर इस हेल्प लाइन नम्बर पर कॉल कर परामर्श लिया जा सकता है.

ठाकुर प्यारेलाल राज्य पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान, निमोरा, रायपुर में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के छात्रावास अधीक्षकों के प्रशिक्षण सत्र के दूसरे दिवस आज यूनीसेफ एवं मानस फाउंडेशन के विशेषज्ञों द्वारा छात्रावास अधीक्षकों को बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य एवं मनो-सामाजिक देखभाल विषय पर विस्तार से जानकारी दी गई.

बता दें कि, यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग एवं यूनीसेफ के सहयोग से संचालित किया जा रहा है. इसमें मानस फाउंडेशन के विशेषज्ञों द्वारा विशेष सहयोग दिया जा रहा है. विभागीय मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम द्वारा पिछले महीने एकलव्य विद्यालय के संचालक मंडल की बैठक में इस प्रकार के प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया गया था. उन्हीं के निर्देश अनुरूप सचिव डी.डी. सिंह एवं आयुक्त शम्मी आबिदी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर यह प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया है.

प्रशिक्षण सत्र को मानस फाउंडेशन के ट्रेनर एवं नैदानिक मनोविज्ञानी मोनिका कुमार एवं निकिता किमोशी तथा बस्तर संभाग की जिला काउंसलर पार्वती नायर, अमल प्रभा तथा उन्नति अरोरा द्वारा संबोधित कर छात्रावास में बच्चों के अच्छे मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान रखने योग्य प्रमुख बातों की विस्तार से चर्चा की एवं इस संबंध में आवश्यक सुझाव छात्रावास अधीक्षकों को दिए गए.