चंद्रकांत देवांगन. दुर्ग. यहाँ 40 सालों से रह रहे हैं साहब!, 48 घंटे में ही कहाँ चले जाएँ?…ये बात आज विस्थापित होने जा रहे सैकड़ों लोगों ने महापौर देवेन्द्र यादव से कही. महापौर देवेन्द्र यादव सरकार के इस फैसले से सख्त खफा दिखे. वे लोगों की दर्द से पसीज उठे और लोगों को कहा आश्वासन देते हुए कहा कि अब व्यवस्थापन के बाद ही केनाल रोड किनारे का अतिक्रमण हटाया जायेगा.
बता दें कि भिलाई खुर्सीपार में बन रहे केनाल रोड के चलते सैकड़ों परिवार प्रभावित हो रहे हैं. परिवारों को विस्थापन का मजबूरन दंश झेलना पड़ेगा. व्यवस्थापन के बाद ही अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर आज सैकड़ों लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों के साथ महापौर देवेन्द्र यादव भी धरने पर बैठ गए. देवेन्द्र यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा के स्थानीय मंत्री के दबाव के चलते निगम के कर्मचारी सैकड़ों परिवार को बिना व्यवस्थापित किये बेघर कर रही है. सरकार हठधर्मिता पर उतर आई है. महापौर ने सरकार के इस मनमानी रवैये पर सख्त नाराजगी जाहिर की.
साथ ही आपको बता दें कि शहर की शांति भंग करने की जुर्म में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर केन्द्रीय जेल दुर्ग लेकर पहुँच गई. बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों में 13 महिलाएँ भी थीं. प्रदर्शन कर रही महिलाओं का आरोप है कि पुलिस उन्हें बिना महिला पुलिस के ही गाड़ी में बैठाकर दुर्ग जेल ले गई थी. जेल में भी निशर्त रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी प्रदर्शन करने लगे. बाद में देर शाम सभी को जेल से रिहा कर दिया गया.
लोगों ने मीडिया को बताया कि स्थानीय विधायक प्रेमप्रकाश पाण्डेय उन्हें बेघर कर रहे हैं. वे यहाँ 40 सालों से बसे हुए हैं. उन्हें महज 48 घंटों में हटाने की बात सरकार के निर्दयी होने की ओर संकेत करती है. वहीँ इधर भिलाई निगम के महापौर देवेन्द्र यादव ने इस पूरे प्रक्रिया में अधिकारियों की मनमानी और भाजपा नेताओं के इशारों पर घर उजाड़ने की बात कही है.