रायपुर. व्हाट्सएप के ये स्क्रीन शॉट देखकर आप भी चौंक जाएंगे. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं. पक्ष-विपक्ष में विकास की चिड़िया को लेकर जूतम-पैजार तो चल ही रहा है. अब इधर कांग्रेसियों में ही सिर फुटौव्वल की नौबत आ चुकी है. कांग्रेस पार्टी के मीडिया पैनलिस्ट विकास तिवारी ने कांग्रेस महामंत्री और मीडिया प्रभारी शैलेश नितिन त्रिवेदी पर सोशल मीडिया पर तीखा कटाक्ष करने के साथ ही गहरा आरोप लगाया है. विकास तिवारी ने सोशल मीडिया पर जो कहा है उसे हम यहाँ हुबहू दिखा रहे हैं.

देखिये सिर फुटौव्वल की ये स्क्रीन शॉट…

विकास तिवारी ने वायरल मैसेज में कहा है कि केसीसी लोन में कमीशनखोरी है तो कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल पर भी वार होना था. वह तो भ्रष्टाचारियों का पितामह है. किन कारणों से संचार विभाग महामंत्री युवा कांग्रेस एनएसयूआई, महिला कांग्रेस, सेवा दल के प्रभारी शैलेश नितिन त्रिवेदी मंत्री बृजमोहन अग्रवाल पर हमला करने से बचते हैं. जबकि उन पर आरोप है कि वह अपनी विज्ञप्ति पहले मंत्री के बंगले को दिखाते हैं. फिर करेक्शन होता है. फिर जारी करते हैं. यह AICC और PCC क्यों शांत है. ये समझ से परे है.

इस मामले को आड़े हाथों लेते हुए भाजपा किसान मोर्चा के नेता गौरीशंकर ने KCC लोन विवाद में कहा है कि पहले अपना घर संभाले फिर भाजपा किसान मोर्चा पर आरोप लगाए. कांग्रेस मीडिया पैनलिस्ट विकास तिवारी अपने मीडिया चेयरमेन पर साठगांठ का आरोप लगाकर अपनी अंतर्कलह को उजागर कर ही दिया. चुनाव आते-आते जूतम-पैजार की हालत से कांग्रेसी गुजरने वाले हैं. आने वाला समय कांग्रेस के लिए बेहद घातक साबित होने वाला है.

इधर कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने इस मैसेज को टेम्पर्ड बताया है. उनका कहना है कि उन्होंने इस तरह का कोई मैसेज ना ही लिखा है और ना ही कहीं भेजा है. विकास तिवारी ने आगे बताया कि शैलेश नितिन त्रिवेदी उनके बड़े भाई की तरह हैं. उनका वे हमेशा सम्मान करते हैं. उनके खिलाफ इस तरह की बात वे कभी नहीं कर सकते. ये विरोधियों की साजिश है. भाजपा के जिस पदाधिकारी ने इस मामले पर उसे घसीटने की कोशिश की है, वो विक्षिप्त हो चुका है. उसे जल्द ही मनोचिकित्सक से इलाज कराने की जरुरत है.

विकास तिवारी ने आगे कहा कि वे इस मामले पर जाँच की मांग करते हैं. यदि उसने यह मैसेज लिखा है तो क्यों लिखा है…?, किसे भेजा है…?, जिसने आरोप लगाया उसे ये मैसेज कैसे मिला है…? मामले की जाँच होगी तो स्पष्ट हो जायेगा कि ना ही मेरे मोबाइल से यह मैसेज लिखा गया है और ना ही किसी को इस तरह का कोई मैसेज भेजा गया है.