मुंबई. एग्जिट पोल के ज्यादातर नतीजों में NDA सरकार की पूर्ण बहुमत से वापसी हो रही है. कुछ सर्वे में अकेल BJP को बहुमत मिलता दिख रहा है. एक्सपर्ट का कहना है कि अगर मोदी सरकार की पूर्ण बहुमत से फिर वापसी होती है तो बाजार में शॉर्ट टर्म के लिए एकतरफा रैली दिख सकती है. सेंसेक्स 41000 का स्तर छू सकता है, वहीं निफ्टी भी 12000 का स्तर पार करने में कामयाब रहेगा. निफ्टी को नीचे की ओर 11500 के स्तर पर सपोर्ट मिलेगा. एक्सपर्ट का कहना है कि स्टेबल गवर्नमेंट लंबी अवधि के लिए अच्छे फंडामेंटल वाले शेयरों में निवेश करने का बेहतर संकेत है. किसी भी गिरावट पर खरीददारी का मौका बनेगा.
10 साल बाद इंट्राडे में सबसे ज्यादा तेजी
रविवार को आए एग्जिट पोल के बाद सोमवार के कारोबार में शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली. सेंसेक्स 1422 अंक और निफ्टी 421 अंक मजबूत हुआ. यह पिछले 10 साल में इंट्राडे के दौरान बाजार में सबसे ज्यादा तेजी रही है. एक्सपर्ट का कहना है कि एग्जिट पोल के नतीजे सही साबित होने पर बाजार में रैली बनी रहेगी.
41000 पर पहुंच सकता है सेंसेक्स, निफ्टी 12400
एपिक रिसर्च के सीईओ नदीम मुस्तफा का कहना है कि एग्जिट पोल में मोदी सरकार की क्लीयर जीत दिखने के बाद बाजार में सेंटीमेंटल बॉइंग बढ़ी है. 23 मई को अगर नतीजे इसी तरह से रहते हैं बाजार में वन साइडेड अपसाइड मूवमेंट देखने को मिल सकता है. हालांकि ऐसा होने पर निवेशकों को सावधानी बरतनी भी जरूरी होगी. एक तरफा रैली के बाद बाजार में प्रॉफिट बुकिंग भी दिख सकता है. हालांकि ओवरआल बात करें तो शॉर्ट टर्म के लिए निफ्टी 12100-12200 की रेंज में पहुंच सकता है. अगर ये लेवल टूटता है तो 12400 का स्तर भी संभव है. वहीं सेंसेक्स एनडीए की वापसी से 40 हजार का स्तर छू सकता है. यह लेवल टूटता है तो सेंसेक्स आगे 41000 पर पहुंच सकता है.
अगर पूर्ण बहुमत न मिला तो
ट्रेडिंग बेल्स के को फाउंडर और सीईओ अमित गुप्ता का कहना है कि एनडीए की सरकार बहुमत लेकर आती है तो निफ्टी 12000 और सेंसेक्स 40000 का स्तर छू सकता है. वहीं, स्पष्ट बहुमत न मिलने पर निफ्टी 11150 के स्तर तक और सेंसेक्स 37100 के स्तर तक टूट सेकता है.
अमित गुप्ता के अनुसार एग्जिट पोल पर ही भरोसा करने की बजाए अभी निवेशकों को फाइनल नतीजों का इंतजार करना चाहिए. लेकिन अगर नतीजे एग्जिट पोल की तरह ही रहते हैं तो बाजार के लिए पॉजिटिव होगा और यह रिकॉर्ड हाई की ओर बढ़ जाएगा. ऐसे में जिन निवेशकों को लगता है कि उन्हें शेयर में मुनाफा मिल रहा है, बिकवाली करनी चाहिए. वहीं नए निवेशकों को गिरावट पर खरीददारी करनी चाहिए. अगर शेयर में नुकसान है तो इंतजार करना चाहिए.
मिडकैप में खरीददारी अच्छा विकल्प
अविघ्ना ट्रेड्स के को फाउंडर अभिजीत बाजपेयी का कहना है कि बाजार एग्जिट पोल के बाद जिस तरह से मजबूत हुआ है, उससे बाजार की उम्मीदें स्पष्ट हुई हैं. फाइनल नतीजों के पहले सेंसेक्स 39400 और निफ्टी 11850 का स्तर देख सकता है. हालांकि निवेशकों को अभी मिडकैप में निवेश करना चाहिए. वहीं लंबी अवधि के लिए निवेश करना है तो गिरावट पर खरीददारी बेहतर विकल्प है.
किन शेयरों में बनेंगे पैसे
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक लॉर्जकैप शेयरों में ICICI बैंक, SBI, मारुति, अल्ट्राटेक, L&T, टाइटन, भारती एयरटेल, कोल इंडिया, इंफोसिस और HDFC Life में निवेश की सलाह दी है.
वहीं मिडकैप शेयरों में ब्रोकरेज ने फेडरल बैंक, LIC हाउसिंग फाइनेंस, इंडियन होटल्स, सीमेंस, ABFRL, क्रांपटन कंज्यूमर, अशोक बिल्डकॉन, JSPL और गोदरेज एग्रोवेट में निवेया की सलाह दी है.
नदीम मुस्तफा के अनुसार NCC, SBI और रैमको सीमेंट में लंबी अवधि के लिए दांव लगा सकते हैं.
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार दीपक फर्टिलाइजर, चंबल फर्टिलाइजर, कावेरी सीड्स, वेंकी और आईटीसी निवेश के लिए बेहतर विकल्प हैं.