रायपुर. अवैध शराब की बिक्री का मामला मानसून सत्र के दौरान सदन में उठा. ध्यानाकर्षण के ज़रिए बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा और जेसीसी विधायक प्रमोद शर्मा ने इस मामले को उठाया. जिसके बाद सदन में विपक्ष का जमकर हंगामा हुआ.

 इस मुद्दे में हंगामें के बाद विपक्ष ने वॉकआउट किया. वहीं जोगी कांग्रेस के विधायक प्रमोद शर्मा ने वॉकआउट किया.

शिवरतन शर्मा ने सिमगा शराब दुकान में देशी अवैध शराब बिना स्कैनिंग के उतारे जाने को लेकर सवाल किया. शिवरतन शर्मा ने आरोप लगाया कि अवैध शराब सरकार के संरक्षण में बेची जा रही है.

मंत्री मो अकबर ने कहा कि  यह कहना सही नहीं है कि अवैध शराब सरकार के संरक्षण में बेची जा रही है. 400 पेटी अवैध शराब पकड़ी गयी है. मंत्री ने कहा बलौदाबाजार से सिमगा लायी जा रही थी शराब, नेटवर्क में दिक्कत की वजह से नहीं हुई स्कैनिंग.

जोगी कांग्रेस के विधायक प्रमोद शर्मा ने मंत्री कहा – सरासर झूठ बोल रहे हैं. दोषियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं.

शिवरतन शर्मा ने कहा – मेरे ध्यानाकर्षण में शराब के पंचनामा का उल्लेख है, लेकिन मंत्री के जवाब में पंचनामा का उल्लेख नहीं था, किसने पंचनामा किया.

मंत्री ने कहा -आबकारी उप निरीक्षक द्वारा पंचनामा किया गया. जिसके बाद मंत्री मो अकबर ने पंचनामा सदन पढ़ कर सुनाया.

शिवरतन शर्मा ने कहा पंचनामा में 2-3 बातें स्पष्ट है. शराब स्कैन नहीं हुई, चालक के पास परमिट नहीं था और इसके बाद इसकी जप्ति हुई.

मंत्री ने कहा – अभी पंचनामा पढ़ा है अब पंचनामा किसके दबाव में हुआ ये भी पढ़ता हूं. मंत्री ने आबकारी उप निरीक्षक द्वारा विभागीय सूचना को पढ़कर सुनाया.

सूचना में भाटापारा विधायक द्वारा अकारण दबाव पूरे पंचनामा बनाने का उल्लेख साथ ही ट्रक ड्राइवर के पास वैध परमिट की बात कही साथ ही विधायकों के समर्थकों द्वारा दबाव में पंचनामा तैयार कराने की बात कही गयी

शिवरतन शर्मा ने पूछा – क्या स्कैन के बीना शराब दुकान में शराब उतारी जाती है क्या?

मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि स्कैनिंग कई बार नेटवर्क की परेशानी या लगातार स्कैनिंग के बाद मेमोरी फुल होने की वजह से नहीं हो पाती.

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा-आप ऐसा मजाक करोगे सोचा नहीं था.

आपके द्वारा ऐसा जवाब आये ये ठीक नहीं है. आपको विधायक को बधाई देनी चाहिए की उन्होंने अवैध शराब पकड़ी. लीपापोती हो रही है वो शर्मनाक है.

शिवरतन शर्मा ने कहा कि- पूरी कार्रवाई के दौरान जिला आबकारी अधिकारी मौजूद थे.

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पूरे मामले में सरकार लीपापोती कर रही है.

शिवरतन शर्मा ने कहा- अगर मैंने दबावपूर्वक पंचनामा कराया था तो मेरे खिलाफ FIR क्यों नहीं है, अनुमति दें तो सारे घटनाक्रम के सारे तथ्य और वीडियो पटल पर दूंगा.

मो. अकबर ने कहा- जरूरी नहीं कि हर चीज की FIR कराई जाए.

मैंने कोई आरोप शिवरतन शर्मा जी पर नहीं लगाया, मैंने केवल जो सूचना दी गई उसको पढ़कर सुनाया.

मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने वॉकआउट किया.