राशिद अल्वी ने कहा कि यह संभव नहीं है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी 50-55 सीटें ले जाए और दूसरे प्रदेशों में इतने भारी बहुमत से जीते. हम भी यूपी में तमाम सीटों में घूमे हैं, लेकिन ऐसा मुझे कहीं नहीं लगा. अब अचानक मोदी की सुनामी आ गई है. यह बात हमारे गले से नीचे नहीं उतर रही है.
नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के रुझान में एनडीए 300 से अधिक सीटें जीतती दिख रही है, जबकि यूपीए 100 सीटों पर सिमटती दिख रही है. रुझानों के बीच फिर ईवीएम विवाद खड़ा हो गया है. कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी ने ईवीएम पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा अभी तो यह रुझान है लेकिन मैं अपने बयान पर कायम हूं.
राशिद अल्वी ने आरोप लगाया कि कहीं ना कहीं कोई ना कोई खिलवाड़ जरूर है. मैं चाहूंगा सारा विपक्ष इकट्ठा होकर इस पर विचार करे. यह संभव नहीं है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी 50-55 सीटें ले जाए और दूसरे प्रदेशों में इतने भारी बहुमत से जीते. हम भी यूपी में तमाम सीटों में घूमे हैं, लेकिन ऐसा मुझे कहीं नहीं लगा. अब अचानक मोदी की सुनामी आ गई है. यह बात हमारे गले से नीचे नहीं उतर रही है.
राहुल और प्रियंका गांधी की लीडरशिप पर राशिद अल्वी ने कहा कि यह बिल्कुल गलत है. भारतीय जनता पार्टी की एक जमाने में 2 सीटें आई थीं तो उस समय क्या उनकी लीडरशिप पर सवालिया निशान लगाया जाएगा. यही आडवाणी थे, जो बीजेपी को कहीं से कहीं ले गए और प्रियंका गांधी के बारे में मैं कहूंगा कि वह राजनीति में तब आई जब चुनाव शुरू हो गया. उनकी राजनीति पर कैसे सवाल लगाया जा सकता है.
इससे पहले राशिद अल्वी ने कहा था कि अगर एग्जिट पोल जैसे रिजल्ट आते हैं तो हमारा मानना है कि पिछले दिनों तीन राज्यों के चुनाव में जहां-जहां कांग्रेस जीती है वह एक साजिश थी. तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत के साथ ये भरोसा दिलाया गया कि EVM सही है. इससे उन्होंने यह भी साबित करने की कोशिश की कि चुनाव आयोग पर सरकार का कोई दखल नहीं है.