फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी से होलाष्टक शुरू होते हैं. जो पूरे 8 दिनों तक चलते हैं. इसके बाद होली का शुभ पर्व मनाया जाता है. इन 8 दिनों में किसी भी शुभ कार्यों की मनाही होती है. इसीलिए होली से पहले भूलकर भी न करें ये 5 काम.

नई दिल्ली. फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी से होलाष्टक शुरू होकर फाल्गुन मास की पूर्णिमा तक होता है. होलाष्टक इस बार 14 मार्च गुरुवार से शुरू हुआ जो कि पूर्णिमा तक चलेगा. इस बीच किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं किया जाता है. ये परंपरा शुरू से ही रही हैं कि इन 8 दिनों में सभी नवग्रहों का स्वभाव गुस्से वाला होता है और उनमें शुभ व फलदायी कार्यों की करने की मनाही होती है. कहा जाता है इन दिनों नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और शुभ व मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए. इसीलिए होली से पहले नीचे दिए कुछ काम भूलकर भी न करें.

होलाष्टक में भूलकर भी न करें ये 5 काम

1) होलाष्टक के दौरान घर व परिवार का कोई भी सदस्य नया वाहन, गाड़ी, स्कूटर व बाइक जैसे चीजों को खरीदने से परहेज करें.

2) होलाष्टक के 8 दिनों में कोई भी नए कपड़े व ज्वैलरी न खरीदें. ऐसा करना बेहद अशुभ होता है. मान्यता तो ये भी है कि ऐसा करने से चोरी होने की संभावना होती है.

3) होलाष्टक के दौरान किसी भी तरह का व्यापार या दुकान आदि न खोले. इस दौरान मांगलिक कार्य अशुभ कार्यों में बदल जाते हैं.

4) होलाष्टक के 8 दिनों में नए घर का निर्माण, बच्चे का शुभ कार्य और विवाह जैसे किसी भी कार्यों का आयोजन न रखें. होली के बाद ही शुभ कार्यों का आयोजन करना सफल व फलदायी रहेगा.

5) संभव हो तो इस बीच घर प्रवेश, दूसरी किसी प्रकार की शुभ पूजा आदि का भी आयोजन न करें. ऐसा करना फलदायी नहीं होता.