मुकेश मिश्रा, अशोकनगर। देश और दुनिया अभी कोरोना की बीमारी से उभरी ही नहीं थी कि घोड़े जैसे जानवर से इंसानो में फैलने वाली बीमारी “ग्लैडर्स” भी सामने आ गई है. मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में पहली बार घोड़े में इस बीमारी की पुष्टि होने से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है. घोड़े में बीमारी मिलने के बाद उसे जहर देकर मारना पड़ा, फिर जमींदोज कर दिया गया. जिसके बाद पशुपालन विभाग 10 किलोमीटर की रेंज में सभी  बीमार घोड़ों के सैंपल लेने की तैयारी कर रही है.

जिले में एक घोड़े में ग्लैडर्स बीमारी के लक्षण होने पर इसके सैम्पल राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र हिसार में भेजा गया था. जिसकी रिपोर्ट कल यानी शुक्रवार को आ गई थी. इस बीमारी की पुष्टि होने के बाद अधिनियम के अनुआर कलेक्टर ने घोड़े को जहर देकर मारने का आदेश दिया गया. जहां पशु विभाग एवं राजस्व विभाग की टीम ने जहर देने के बाद उसे मार दिया और ट्रीचिंग ग्राउंड में दफना दिया. ताकि यह बीमारी आगे ना फैल सके.

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गौरतलब है कि कुछ माह पहले दिल्ली एनसीआर में घोड़ो में यह बीमारी सामने आई थी. यह घोड़ा भी उसी इलाके से लाया गया था.
पशु चिकित्सा विभाग की डॉ कीर्ति ने बताया कि कुछ माह में ही यह बीमारी घोड़ों से इंसानों में भी फैल सकती है. इंसानों में इसके संक्रमण के बाद उनकी हड्डियों भी इस बीमारी से गल जाती है. कुछ मामलों में संक्रमित लोगों के हाथ तक काटने पड़े हैं. इसलिए इस बीमारी में किसी तरह की रिक्स नहीं ली जाती और संक्रमित घोड़े को मारना ही पड़ता है, क्योंकि अभी तक इस बीमारी की दवा नहीं बन पाई है.

ये है ग्लैंडर्स बीमारी

ग्लैंडर्स घोड़ों की प्रजातियों में एक जानलेवा संक्रामक रोग है. इसमें घोड़े की नाक से खून बहना, सांस लेने में तकलीफ, शरीर का सूख जाना, पूरे शरीर पर फोड़े या गाठें आदि लक्षण हैं. यह बीमारी दूसरे पालतू पशु में भी पहुंच सकती है. दरअसल यह बीमारी बरखोडेरिया मैलियाई नामक जीवाणु से फैलती है. यह बीमारी होने पर घोड़े को वैज्ञानिक तरीके से मारना ही पड़ता है.

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